Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से जांच के लिए कोलकाता भेजे गए 36 भूमि के कागजात फर्जी पाए गए हैं। ईडी के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रांची में जमीन घोटाले मामले की जांच के क्रम में ईडी को 36 भूमि के दस्तावेज फर्जी मिला था। इसके बाद ईडी ने मामले में एफआइआर दर्ज करने को कहा था। इसके बाद कोलकाता रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस ने शुक्रवार को अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
कोलकाता रजिस्ट्रार ने भी 36 भूमि के दस्तावेजों की वास्तविकता की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति ने जांच के बाद सभी दस्तावेजों को जाली पाया, जिसके बाद रजिस्ट्रार ने कोलकाता पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है।
ईडी ने रांची में करोड़ों रुपये के भूमि घोटाले में पूर्व रांची डीसी छवि रंजन, पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश और कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल सहित अन्य को गिरफ्तार किया है। ईडी ने जमीन घोटाले में कारोबारी विष्णु अग्रवाल और झारखंड हाई कोर्ट के वरिष्ठ वकील हिमांशु मेहता से भी पूछताछ की है।
ईडी की जांच से खुलासा हुआ है कि गैर-बिक्री योग्य सरकारी भूमि, सेना की भूमि और यहां तक कि निजी भूमि को व्यक्तियों के एक समूह ने फर्जी रिकॉर्ड बनाकर और फर्जी दस्तावेज बनाकर संबंधित भूमि रिकॉर्ड प्राधिकरणों में उपलब्ध रिकॉर्ड में छेड़छाड़ करके हासिल कर लिया।
ईडी ने कहा है कि रांची में जालसाजों का एक गिरोह सक्रिय है, जिसे फर्जी दस्तावेज बनाने, हेराफेरी करने और असली जैसे दस्तावेज बनाने में माहिर है। (HS)