Ranchi: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) के खनन पट्टा मामले में गुरुवार को निर्वाचन आयोग ने फैसला क्या सुरक्षित रखा झारखंड के राजनीति गलियारों में हलचल सी मच गयी। निवार्चन आयोग का फैसला हेमंत सोरेन के हक़ में आएगा या खिलाफ में दोनों ही परिस्थिति की तैयारी गुरुवार से ही सत्ताधारी पार्टियों ने शुरू का दी है। जिसपर गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (MP Nishikant Dubey) ने तंज भी कसा है।
दरअसल, निर्वाचन आयोग के फैसला सुरक्षित रखने के बाद राज्य का सियासी पारा गर्म हो गया है। इसे लेकर सत्ता पक्ष काफी गंभीर है। कांग्रेस के अलावा जेएमएम ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के आलाकमान की तरफ से कहा गया है कि कांग्रेस के सभी विधायक फिलहाल राज्य छोड़ कर बाहर न जायें। कांग्रेस के सभी विधायकों को शनिवार को होनेवाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेने का निर्देश दिया गया है।
इधर, जेएमएम भी बेचैन है। कई महीनों पहले कॉमनवेल्थ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जेएमएम विधायक और विधानसभा स्पीकर रविंद्र नाथ महतो समेत दो अन्य विधायकों का कनाडा जाना तय हुआ था। जिसमें मझगांव से जेएमएम विधायक निरल पूर्ति औऱ गोमिया से आजसू विधायक लंबोदर महतो का जाना तय हुआ था। लेकिन स्पीकर समेत जेएमएम विधायक ने कनाडा जाने का दौरा रद्द कर दिया। वहीं भाजपा की गठबंधन पार्टी आजसू पार्टी के विधायक लंबोदर महतो कनाडा के लिए रवाना हो गये।
इस वाक्ये के बाद कई तरह के राजनीतिक समीकरण निकाले जा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों की कानाफूसी की बात करें तो कहा जा रहा है कि सरकार को खतरा है। बताया जा रहा है कि आनेवाले दिनों में निर्वाचन आयोग का जो फैसला आनेवाला है वो निगेटिव हो सकता है।
अब इन सारे हलचल के बीच हेमंत सरकार पर आक्रामक रहे गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने इशारों ही इशारों में हेमंत सोरेन को इस्तीफ़ा दे देने की सलाह दे डाली है। गोड्डा सांसद ने ट्वीट कर कहा है कि जेएमएम और कांग्रेस दिल्ली क्यों दौड़ रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष को कनाडा जाने से रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब विकल्प सिर्फ इस्तीफ़ा है दे दीजिये। जाहिर है ये ईशारा हेमंत सोरेन की तरफ था।
उन्होंने लिखा है “झारखंड मुक्ति मोर्चा औरो कॉंग्रेस दिल्ली- रॉंची क्यों दौड़ रहा है रे भाई । हम बोले बरहेट,दुमका विधानसभा में उपचुनाव होगा तो हमको कांके भेज रहे थे?अब तो विधानसभा अध्यक्ष को कनाडा जाने से रोक दिए? इस्तीफ़े विकल्प है,दैइए दीजिए।”