Deoghar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के देवघर आगमन व राजकीय श्रावणी मेला, 2022 (Shravani Mela, 2022) के तैयारियों की विस्तृत समीक्षा बैठक का आयोजन सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) की अध्यक्षता में सर्किट हाउस सभागार में आयोजित हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत ने प्रधानमंत्री मोदी के 12 जुलाई को देवघर दौरे के मद्देनज़र देवघर एयरपोर्ट, बाबा मंदिर एवं देवघर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम को लेकर विभिन्न तैयारियों की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए संबंधित वरीय अधिकारियों की विधि-व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने एयरपोर्ट उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री के रोड-शो व बाबा मंदिर कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा करते हुए रूट लाईन में विशेष निगरानी व सुरक्षा के कड़े इंतजामो को लेकर संबंधित वरीय पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। आगे उन्होंने बाबा मंदिर के आस-पास एवं देवघर कॉलेज प्रागंण में सुरक्षा व्यवस्था के तैयारियों की समीक्षा करते हुए वरीय पुलिस अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि एस0पी0जी0 के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक सभी इंतजामों के साथ-साथ विधि-व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था एवं ट्रैफिक व्यवस्था के बेहतर इंतजाम सुनिश्चित करने का निदेश दिया।
■ सुविधा, सुरक्षा व स्वच्छता और विनम्रता पर श्रावणी मेला में रहे जोर
इसके अलावे बैठक के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजकीय श्रावणी मेला, 2022 को लेकर की गयी विभिन्न तैयारियों की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए संबंधित वरीय अधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि सुविधा, सुरक्षा, स्वच्छता और विनम्रता मेला की मूल संवेदना रहनी चाहिए, ताकि देश दुनिया से जो भी श्रद्धालु बाबा नगरी आये व एक अच्छा संदेश लेकर जाए। सबसे महत्वपूर्ण है कि मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा मुहैया करायी जाय, जिससे कि सुरक्षित व सुलभ जलार्पण सभी मेला के दौरान कर सके। आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा भावना से सबको कार्य पर लगाएं। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि पुलिस बल के लोग, प्रशासन के लोग और भी कोई जो कर्तव्य पर रहें सभी कांवरियों के साथ अपना व्यवहार विनम्र रखें।
■ सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में चाक चौबन्द रहे व्यवस्था
इसके अलावे बैठक के दौरान पेयजल, आवासन, शौचालय, स्वास्थ्य सुविधा, ट्रैफिक व्यवस्था, पार्किंग की सुविधा, स्नानागार, साफ-सफाई, विद्युत व्यवस्था, सुचना तंत्र, गरमी से निजात की व्यवस्था के अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि मेला क्षेत्र में चाक चौबन्द व्यवस्था रहे। पूरे शहर में वैकल्पिक व्यवस्था के साथ रौशनी रहे कहीं भी अंधेरा ना रहे। अस्पताल और हेल्थ सेंटर में डॉक्टर रहें तथा एम्बुलेंस प्रत्येक लोकेशन पर रहे। एनडीआरएफ की टीम और प्रशासन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहे। सभी थाना, ओपी और ट्रैफिक ओपी संवेदनशील रहें, ताकि विधि-व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था पार्किंग और यातायात में कोई समस्या न आये। आगे उन्होंने कांवरिया पथ में नवनिर्मित आध्यात्मिक भवन में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जिसमें चिकित्सकों, पारा मेडिकल कर्मियों, एंबुलेंस और अनिवार्य दवा की व्यवस्था चौबीस घंटे रहे।
इस दौरान उपरोक्त के अलावे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, प्रभारी मुख्य सचिव अरूण कुमार सिंह, डीजीपी नीरज कुमार सिन्हा, मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग की प्रधान सचिव वंदना डाडेल, पथ निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार, पर्यटन विभाग के सचिव डॉ अमिताभ कौशल, एडीजी संजय आनंद लाटकर, डी0आई0जी0 संथाल परगना सुर्दशन मंडल, डी0आई0जी (हजारीबाग प्रमंडल) नरेन्द्र कुमार सिंह, उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी मंजुनाथ भंजत्री, पुलिस अधीक्षक सुभाष चन्द जाट, उप विकास आयुक्त, देवघर डॉ0 कुमार ताराचन्द, उप विकास आयुक्त, दुमका करण सत्यार्थी, अनुमंडल पदाधिकारी अभिजीत सिन्हा एवं वरीय अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।