►देवघर के जमीन मामले में हाइकाेर्ट में सुनवाइ पूरी, साेमवार तक का समय, सभी पक्षाें से मांगा लिखित बहस, काेर्ट सुना सकता है फैसला
रांची।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की पत्नी अनामिका गौतम की क्वाशिंग याचिका पर झारखंड हाइकाेर्ट में सुनवाइ हुई। गुरूवार काे जस्टिस आनंदा सेन की काेर्ट में सुनवाइ के दाैरान राज्य सरकार की ओर से सुप्रीम काेर्ट अधिवक्ता दुष्यंत दवे ने राज्य सरकार के तरफ से काेर्ट में कहा है कि इस मामले में एसआईटी की सीलबंद रिपाेर्ट काेर्ट में पेश करने की अनुमति दी जाए। इस पर काेर्ट ने रिपाेर्ट लेने से इनकार कर दिया।
अदालत ने कहा कि अब कोई रिपाेर्ट नहीं देखेंगे। सभी पक्ष साेमवार तक लिखित बहस पेश करेंगे। उसके बाद काेर्ट फैसला सुनाएगा।
राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि रजिस्ट्री में गलत तरीके से कर राज्य और केंद्र सरकार काे राजस्व का नुकसान पहुंचाया गया है। इसलिए यह मामला चिटिंग का है। सुनवाइ के दाैरान सांसद निशिकांत दुबे की ओर से सुप्रीम काेर्ट के अधिवक्ता मुकुल राेहतगी ने पक्ष रखते हुए काेर्ट से कहा कि हमलाेग किसी काे चिट नहीं किए है। किरण देवी के सेल डीड में क्या था? उससे काेइ मतलब नहीं है। उनके उपर ही कइ मामले चल रहे है। इसलिए उनकी शिकायत काे सही नहीं माना जा सकता है। जितनी धारा लगाकर केस बनाया गया है। वह सही नहीं है।
दाेनाे पक्षाें काे सुनने के बाद काेर्ट में बहस पूरी हाे गयी है। अब लिखित जवाब के बाद हाइकाेर्ट फैसला सुनाएगा। अनामिका गौतम पर किसी तरह की पीड़क कार्रवाई पर राेक बरकरार है।
उल्लेखनीय है कि देवघर में जमीन खरीद मामले में अनामिका गौतम पर किरण देवी और विष्णुकांत झा पर दाे अलग-अलग प्राथिमकी दर्ज की गइ है। जिसमें कहा गया है कि सरकारी मुल्य की 20 कराेड़ की जमीन तीन कराेड़ में ली है। जिससे सरकार काे राजस्व का नुकसान हुआ है।