Deoghar: देवों के देव देवघर में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की शुरुआत हो चुकी है। चार जुलाई से शुरू हुए सावन मास में बाबाधाम पहुंचने रहे कांवरियों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन द्वारा तमाम मुक्कमल तैयारियों के दावे किए हैं। इन्हीं तैयारियों के बीच पिछले चार दिनों में हर दिन सुगमता पूवर्क बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण करने वाले कांवरियों का आंकड़ा देवघर जिला प्रशासन द्वारा पेश किया जा रहा है। अब इन्हीं आंकड़ों पर सवाल उठ रहे हैं। ये सवाल इलाके के सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने उठाते हुए यहां तक कह दिया है कि बाबा बैद्यनाथ से छल कर रही सरकार!
क्या है मामला
दरअसल, चार जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत हुई है। हर दिन बड़ी संख्या में कांवरिया बाबा बैद्यनाथ को जलार्पण करने सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर पहुंच रहे हैं। देवघर जिला प्रशासन के मुताबिक, चार जुलाई को एक लाख 13 हजार 352 श्रद्धालुओं ने बाबा मंदिर में जलार्पण किया, पांच जुलाई को 77 हजार 544 श्रद्धालुओं और छह जुलाई को 88 हजार 290 श्रद्धालुओं ने बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण किया। इधर, बाबा बासुकीनाथ पर जलार्पण करने वालों की संख्या को देखा जाए तो दुमका प्रशासन के मुताबिक, चार जुलाई को 31 हजार 83 श्रद्धालुओं ने फौजदारी बाबा का जलार्पण किया। जबकि पांच जुलाई को 25 हजार 475 और छह जुलाई को 24 हजार 971 श्रद्धालुओं ने बाबा बासुकीनाथ का जलार्पण किया। अब जलार्पण करने वाले कांवरियों के इन्हीं संख्या को लेकर सवाल उठाये गए हैं।
क्या कहना है कि सांसद निशिकांत दुबे का..
देवघर जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर सवाल उठाते हुए सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि सुलतानगंज से 25 हज़ार श्रद्धालु गंगा जल लेकर कॉंवर के साथ देवघर के लिए चले, बासुकिनाथ जी जहां भागलपुर व देवघर दोनों जगह से श्रद्धालु आते हैं वहाँ केवल 32 हज़ार लोगों ने जल अर्पित किया । देवघर मंदिर की भीड़ केवल शिवराम झा जी चौक तक ही पहुँची, लेकिन सरकार बता रही है कि 1 लाख लोगों ने जल अर्पित किया । सांसद ने कहा कि बाबा बैद्यनाथ जी से भी छल,जय शिव…
सांसद निशिकांत पूछते हैं कि यदि काँवरिया अपने गाड़ी से आते हैं तो एक लाख लोगों के लिए 25 हज़ार कार या SUV चाहिए, बस कम से कम 2500 चाहिए, ट्रेन 70 चाहिए, पार्किंग चार्ज कितना मिला?, जसीडीह,देवघर से रेल टिकट कितना कटा?
उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों को लेकर सबके साथ प्रशासन को प्रेस कॉन्फ़्रेंस करना चाहिए।