देवघर:
श्रावणी मेला की शुरुआत हो चुकी है. मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा श्रावणी मेला, 2018 का उद्घाटन किया गया।
पहले बाबा मंदिर में की पूजा-अर्चना:
श्रावणी मेला उद्घाटन से पहले मुख्यमंत्री द्वारा अपने सहयोगी मंत्रियों अमर कुमार बाउरी, लुईस मरांडी, राजपलिवार, रणधीर सिंह के साथ द्वादश ज्योर्तिलिंग बाबा बैद्यनाथ का पूजा-अर्चना कर राज्य के लिए सुख-शांति व समृद्धि की कामना की गयी। इसके पश्चात मुख्यमंत्री झारखण्ड के सीमान्त पर अवस्थित दुम्मा पहुंचे।
विधिवत मेला का उद्घाटन:
श्रावणी मेला का विधि-विधान पूर्वक शुभारंभ कराने हेतु 11 वैदिक पंडितों द्वारा मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्रियों से बाबा बैद्यनाथ की पंचोपचार पूजा के साथ विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला, 2018 का शुभारंभ कराया गया। इसके बाद सभी मंत्रियों द्वारा गुब्बारें को आकाश में छोड़कर श्रावणी मेला के शुभारंभ की प्रतिकात्मक घोषणा की गई।
योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन:
पूजा समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री द्वारा 61 करोड़ रूपये की लागत से मधुपुर शहरी जलापूर्ति योजना का शिलान्यास किया गया. जिसके माध्यम से कुल 17 हजार घरों को लाभ मिलेगा। इसके अलावे दुम्मा स्थित नन्दी द्वार और दर्दमारा में भव्य द्वार का उद्घाटन भी उनके द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री जी द्वारा एयरपोर्ट विस्तारीकरण में विस्थापित परिवारों हेतु गृह निर्माण का शिलान्यास किया गया एवं यहां आगन्तुक श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु देवघर से बासुकीनाथ तक निःशुल्क बस सेवा की शुरूआत भी की गई। योजनाओं के उद्घाटन शिलान्यास के बाद मुख्यमंत्री एवं सहयोगी मंत्रियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर श्रावणी मेला, 2018 उद्घाटन कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.
श्रद्धालुओं से अनुरोध, कठिनाई होने पर दें सूचना:
मुख्यमंत्री द्वारा अपने संबोधन में सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया कि यदि उन्हें मेला के दौरान कोई कठिनाई होती है तो फेसबुक एवं ट्वीटर के माध्यम से वे उन्हें सूचित करें। जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए 12 घंटे के अन्दर उसका निराकरण सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने आगे कहा कि देवघर के निवासियों के लिए यह अवसर है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को समझें। उनके भागीदारी के बिना इतना बड़ा आयोजन कतई सफल नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा सरकार आपके साथ है। आइये कदम से कदम मिलाकर चलें और अपने पुनीत कर्तव्य का पालन करें। देवघर अपने भव्य स्वरूप के साथ बाबाधाम आने वाले सभी कांवरियों के अभिनंदन के लिए तैयार है।
देवघर विश्वस्तर का शहर बनें इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से हो रहा कार्य:
सीएम रघुवर दास ने कहा कि देवघर भारत में हीं नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध सांस्कृतिक केन्द्र के रूप में उभर कर सामने आए, यह हम सभी की कामना है और इसके लिए लगातार कार्य भी किये जा रहे हैं। इसके साथ हीं देवघर-बासुकीनाथ फोर लेन सड़क निर्माण की प्रक्रिया जल्द हीं प्रारंभ होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्यू काॅम्प्लेक्स का निर्माण कार्य बरसात के बाद प्रारंभ होगा। देवघर विश्वस्तर का शहर बनें इस हेतु योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है एवं जल्द हीं इसे मूर्त रूप दिया जायेगा, ताकि देश के अलावे विदेशों से भी काफी संख्या में पर्यटक यहां आये। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी एवं रोजगार का सृजन भी होगा।
सभी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन सेवाभाव और ईमानदारी से करें:
मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रावण मास के हर सोमवार को वे श्रद्धालुओं और कांवरियों से रूबरू होंगे, ताकि उनकी समस्याओं का निराकरण हो सके। रघुवर दास ने आगे कहा कि श्रावणी मेला के दौरान कमिश्नर से लेकर कर्मचारी तक सभी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन सेवाभाव और ईमानदारी से करें, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही राज्य की छवि को धूमिल कर देगी। सरकार किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी। राज्य का गौरव श्रावणी मेला विश्व स्तर पर अपनी मजबूत पहचान स्थापित करें ऐसा कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने दिया न्यौता:
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावणी मेला की छवि को अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर ले जाने हेतु माननीय राष्ट्रपति, माननीय प्रधानमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्रियों को देवघर आने का न्योता दिया है।
झारखण्ड पत्रिका का विमोचन:
इसके साथ हीं मुख्यमंत्री द्वारा जोहार झारखण्ड पत्रिका का विमोचन किया गया एवं कहा गया कि प्रत्येक तीन महिने में इसका संस्करण पर्यटन विभाग की ओर से निकाला जायेगा। इस पुस्तिका में झारखण्ड पर्यटन से संबंधित जानकारी प्रेषित की जायेगी।
बैद्यनाथधाम के अगल-बगल में आध्यात्मिक एवं पर्यटन केन्द्र:
मुख्यमंत्री द्वारा बतलाया गया कि देवघर देश हीं नहीं अपितु विश्वस्तर पर प्रसिद्ध है और सुल्तानगंज से बैद्यनाथधाम तक 105 किमी0 की दूरी में लगने वाला यह मेला विश्व का सबसे लम्बा मेला है। उनके द्वारा बतलाया गया कि इस पवित्र नगरी बैद्यनाथधाम के अगल-बगल में तपोवन, त्रिकूट, नौलखा मंदिर और बासुकीनाथधाम आदि आध्यात्मिक एवं पर्यटन केन्द्र हैं और झारखण्ड सरकार इस क्षेत्र को एक आध्यात्मिक एवं पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए कृत संकल्प है। मुख्यमंत्री द्वारा अपने उद्गार में दर्शाया गया कि श्रद्धालु जनता उनके अराध्य है और उनकी सेवा में एक माह तक कठिन परिश्रम करने वाले पदाधिकारियों एवं कर्मियों के प्रति उनके द्वारा आभार व्यक्त किया गया। साथ हीं मुख्यमंत्री द्वारा मानसरोवर तालाब के समीप बने नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन किया गया।
ये सभी थे मौजूद:
इस अवसर पर मंत्री अमर कुमार बाउरी, मंत्री लुइस मरांडी, मंत्री रणधीर सिंह, मंत्री राज पलिवार, गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे, देवघर विधायक नारायण दास, विधायक बादल पत्रलेख, विधायक राधाकृष्ण किशोर, विधायक जानकी यादव, विधायक जीतू चरण राम, संथाल परगना आयुक्त डाॅ0 प्रदीप कुमार, संथाल परगना डीआईजी राजकुमार लकड़ा, पर्यटन सचिव मनीष रंजन सहित पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र कुमार सिंह, अनुमण्डल पदाधिकारी रामनिवास यादव, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी विकास कुमार श्रीवास्तव आदि के साथ-साथ भारी संख्या में कांवरिया उपस्थित थे।