देवघर:
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला को लेकर बाबा नगरी तैयार है. कांवरियों के स्वागत के लिए पूरी बाबानगरी दुल्हन की तरह सजी है.
उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा एवं पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र कुमार सिंह की संयुक्त अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस दौरान मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि आगामी 28 जुलाई, 2018 से श्रावणी मेला का शुभारंभ हो रहा है एवं इस हेतु सभी तैयारियाँ पूर्ण कर ली गयी है।
श्रद्धालुओं के लिए मुकम्मल स्वास्थ्य सुविधा:
उपायुक्त ने बतलाया कि श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने हेतु कुल 31 एम्बूलेंस की व्यवस्था सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में की गई है। इसके अलावे 108 नंबर डायल कर भी एम्बूलेंस की सुविधा प्राप्त की जा सकती है। इसके साथ हीं सुविधा भवन में ट्राॅमा सेंटर, पुराने सदर अस्पताल में डायरिया वार्ड व प्राथमिक स्वास्थ्य की सुविधा के अलावे सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में 18 अस्थायी स्वास्थ्य उपकेन्द्र का निर्माण किया गया है और 90 चिकित्सक व 250 पारा मेडिकल कर्मी प्रतिनियुक्त रहेंगे। साथ हीं सभी निजी अस्पतालों से भी सामंजस्य बैठाकर श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुविधा का ख्याल रखा जाय।
बाबाधाम एप्प पूरी तरह से कार्यरत:
श्रद्धालुओं के सुविधा के मद्देनजर श्रावणी मेले में इस भी बार भी बाबाधाम एप्प पूरी तरह से कार्यरत रहेगा, जिसके माध्यम से श्रद्धालुओं को कतार के साथ-साथ बाबाधाम से संबंधित कई तरह की जानकारी मिलती रहेगी।
इस बार मेला में हाईटेक सुविधाएं:
मेले में श्रद्धालुओं को बाबा नगरी में इस बार कई तरह की हाईटेक सुविधाएं मिलेंगी। इन्भायरन्मेंट सेंसर, मिस्ट शाॅवर, इन्ट्रीगेटेड डिजास्टर मैनेजमेंट क्राउड कन्ट्रोल, हेड काउन्ट मशीन, कूल पेन्ट आॅन रोड, चार धाम एवं बारह ज्योतिर्लिंग की प्रतिकृति का दर्शन, हीलियम बैलून, लाईव कन्ट्रोल रूम जैसी कई प्रकार की सुविधाएँ जिला प्रशासन द्वारा मुहैया करायी जा रही है। इसके अलावे सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में शौचालय, पेयजल, स्नानागार, ईन्द्र वर्षा आदि की समुचित व्यवस्था की गयी है।
हस्तनिर्मित सामानों की होगी बिक्री:
उपायुक्त द्वारा आगे जानकारी दी गई कि मदरसा मैदान में स्थित चार धाम एवं बारह ज्योतिर्लिंग प्रतिकृति के समीप 20 स्टाॅलों का निर्माण कराया गया है, जिनमें स्वयं सहायता समूह के महिलाओं द्वारा तैयार की जा रही वस्तुएं यथा-चप्पल, अगरबत्ती, सूप आदि हस्तनिर्मित सामानों की बिक्री की जायेगी।
शीघ्रदर्शनम् काउंटर की संख्या बढ़ी:
उपायुक्त द्वारा बतलाया गया कि शीघ्रदर्शनम् काउंटर की संख्या को बढ़ाकर 10 कर दी गई है। इसके अलावे शीघ्रदर्शनम् कूपन की बिक्री पर किसी तरह का रोक नहीं होगा। पर्याप्त संख्या में इसकी बिक्री की जायेगी, जिससे कि ब्लैक बाजार पर रोक लगेगा एवं इससे संबंधित व्यापक प्रचार-प्रसार मंदिर प्रांगन एवं मंदिर के आस-पास की क्षेत्रों में भी की जायेगी।
मेला के सफल संचालन के लिए सभी करें सहयोग:
सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण खाद्य निरीक्षण के लिए फूड इन्सपेक्टर की प्रतिनियुक्ति की गयी है। इसके साथ हीं खाद्य सामग्री निरीक्षण हेतु चलन्त वाहन की सुविधा भी की गई है, ताकि किसी तरह की कोई शिकायत मिलने पर स्थल पर हीं जांच की सके। इसके अलावे उपायुक्त ने मेला के सफल संचालन के लिए सभी कोे सहयोग करने की अपील की। साथ हीं उन्होंने कहा कि मेला का सफल संचालन सभी के सहयोग के बिना संभव नहीं है। इसके लिए मीडिया कर्मी सहित आम जनमानस सहयोग करें।
साफ-सफाई का विशेष ख्याल:
उन्हेांने आगे कहा कि मेला क्षेत्र की साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए कुल 700 कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। स्वच्छता का ख्याल रखते हुए सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में चैबिसों घंटे सफाईकर्मी कार्यरत रहेंगे, ताकि मेला क्षेत्र की स्वच्छता बनी रहे एवं यहां आगन्तुक श्रद्धालु यहां से एक अच्छी छवि लेकर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करें।
श्रद्धालुओं की आवासन की व्यवस्था:
आगे कहा कि श्रद्धालुओं की आवासन हेतु बाघमारा, कोठिया एवं जसीडीह में टेन्ट सिटी का निर्माण किया गया है, जहां श्रद्धालओं को शुद्ध पेयजल, शौचालय मोबाईल चार्जिंग, स्नानागार एवं मनोरंजन हेतु एलईडी स्क्रीन का अधिष्ठापन किया गया है। साथ हीं वाहन से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी तीन जगहों यथा-बाघमारा, हथगढ़ एवं कोठिया में हाईटेक बस पड़ाव का निर्माण किया गया है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम:
पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र कुमार सिंह द्वारा सभी मीडिया कर्मियों को जानकारी दी गई कि श्रावणी मेला को लेकर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु अतिरिक्त थानों व यातायात थानों का सृजन किया जा चुका है। इन थानों का प्रयोग मल्टीपर्पस सर्विस प्वाइंट के रूप में किया जायेगा, जहां न केवल विधि-व्यवस्था से संबंधित अधिकारी रहेंगे बल्कि बिजली, पानी, स्वास्थ्य एवं श्रावणी मेला से संबंधित सभी विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि सभी पुलिस के जवानों व अधिकारियों को पूरी तरह से ब्रीफ कर दिया गया है एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से बम निरोधक दस्ता, डाॅग स्क्वाॅयड एनडीआरएफ के जवान, रैफ के जवान, झारखण्ड जगुआर आदि पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की जा चुकी है। इसके अलावे उनके द्वारा जानकारी दी गई कि कुछ चयनित जगहों पर अस्थायी दुकानों को भी लगाने की अनुमति नहीं है। साथ हीं शहर के अंदर बड़े वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावे पुलिस अधीक्षक महोदय ने कहा कि श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुविधा को ध्यान में रखते हुए लोगों को सर्प डंस से बचाने हेतु इस बार मेला क्षेत्र में कुशल प्रशिक्षित टीम की प्रतिनियुक्त भी की जायेगी। इसके अलावा उनके द्वारा जानकारी दी गई कि 80 आस्का लाईट का उपयोग भी मेला क्षेत्र में जगह-जगह पर किया जायेगा।