मुंबई: टेलीविजन रेटिंग पाईंट (TRP) घोटाले में मंगलवार को पुलिस ने उच्च न्यायालय में 1912 पन्नों की पूरक चार्जशीट दाखिल की है। इस आरोप पत्र में पुलिस ने अर्नब गोस्वामी सहित 7 लोगों को आरोपित बनाया है। इससे टीआरपी घोटाले में अब आरोपितों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है।
सूत्रों के अनुसार उच्च न्यायालय ने 17 जून को इस मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस के वकील से पूछा था कि अर्नब गोस्वामी के विरुद्ध अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है जबकि पुलिस ने सबसे पहले मामले में अर्नब गोस्वामी का नाम लिया था। अदालत ने इस मामले में चल रही जांच का ब्योरा देने का आदेश पुलिस को दिया था। मंगलवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस के वकील शिशिर हिरे ने कहा कि यह घोटाला तकरीबन 31 हजार करोड़ से अधिक का है। इस मामले में अर्नब गोस्वामी, प्रिया मुखर्जी, शिवा सुब्रमण्यम, अमित दवे, संजय वर्मा, शिवेंद्र मुलधेरकर, रणजीत वाल्टर की मुख्य भूमिका रही है। इसलिए इन सभी को मामले में मुख्य आरोपित बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि अर्नब गोस्वामी के वकील ने उच्च न्यायालय में कहा था कि यह मामला सिर्फ राजनीतिक द्वेष की वजह से पुलिस ने दर्ज किया है। इसलिए मामले को रद्द किया जाए । लेकिन आज पुलिस के वकील ने कहा कि इस मामले की गहन जांच की जा रही है। जांच में और भी चौकाने वाले तथ्य सामने आने वाले हैं।