Deoghar: देवघर केंद्रीय कारा में बंद कुख्यात गैंगस्टर बाबा परिहस्त की गुरुवार सुबह संदिग्ध हालत में मौत हो गई। बताया जाता है कि उसे उल्टी हुई और अचानक वह बेहोश हो गया। उसे सुबह लगभग तीन बजे सदर अस्पताल लाया गया था। जहां पहुंचने पर ऑन ड्यूटी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के अनुसार, जेल में बंद गैंगस्टर की मौत कैसे हुई, यह फिलहाल जांच का विषय है। अस्पताल में कोई अप्रिय घटना नहीं घटे सूचना मिलने पर सदर अस्पताल में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इधर जानकारी मिलते ही सदर एसडीपीओ आईपीएस ऋत्विक श्रीवास्तव, नगर थाना प्रभारी राजीव कुमार, एसआई ओमप्रकाश सिंह, नगर थाना के एसआई प्रशांत कुमार सदलबल सदर अस्पताल पहुंचे जबतक शव का पोस्टमोर्टम नहीं कराया गया, तबतक अस्पताल परिसर में काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात रखा गया।
दंडाधिकारी के निगरानी में डॉक्टर की टीम ने किया पोस्टमार्टम
बाबा परिहस्त के पोस्टमार्टम के लिये देवघर सदर सीओ अनील कुमार दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किये गये थे। वीडियोग्राफी के साथ हो मेडिकल बोर्ड द्वारा विधिवत शव का पोस्टमार्टम किया गया। मेडिकल बोर्ड में डॉ अमरिश ठाकुर, डॉ जयकुमार साव और डॉ रविजीत प्रकाश शामिल थे। बाबा परिहस्त की मौत किस वजह से हुई इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। बता दें कि पिछले महीने उसे जिले के सारठ थाना क्षेत्र से पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया गया था। उसके खिलाफ कई संगीन मामले पहले से दर्ज हैं। इसको लेकर पुलिस काफी सतर्कता बरत रही है।
जेल में विवाद की मिली थी सूचना
पिछले दिनों बाबा परिहस्त को जेल के अंदर दूसरे गिरोह के सदस्यों से विवाद होने की सूचना मिली थी। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं की गई थी। वहीं, मौत के बारे में जेल अधीक्षक सत्येंद्र चौधरी ने कहा कि उसे अचानक उल्टी हुई। तबीयत बिगड़ने पर उसे तत्काल इलाज के लिए देवघर सदर अस्पताल भेज दिया गया। जहां देखने के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, पुलिस अपने स्तर पर मामले की जांच कर रही है।
लगभग दो वर्ष पूर्व छोटे भाई की कैदी वार्ड में हो गयी थी मौत
10 अप्रैल 2022 को बाबा परिहस्त उर्फ जितेन्द्र परिहस्त के भाई सोनू परिहस्त की मौत इलाज के क्रम में सदर अस्पताल स्थित कैदी वार्ड में मौत हो गयी थी। उस वक्त अस्पताल के चिकित्सकों ने उसकी मौत का कारण सिवियर अनकंट्रोल्ड डायबिटीज बताया था। जिसके कारण उसके किडनी और लीवर दोनों में समस्या उत्पन्न हो गयी थी। अब बाबा परिहस्त की सिर्फ मां ही बची है। उसके पिता की भी पूर्व में ही मौत हो चुकी है। बेटे की मौत की खबर सूनकर मां भी अन्य परिजनों के साथ अस्पताल पहुंची। मां दहाड़ मारकर रोने लगी उनके साथ आये अन्य महिलाओं ने उन्हें संभाला और ढाढस बंधाया।