Asansol: वाराणसी से आसनसोल वाया पटना, जसीडीह रेलखंड पर पैसेंजर ट्रेन व मालगाड़ियों की संख्या अधिक होने की वजह से नयी ट्रेनों के परिचालन में बाधा आ रही है। रेलवे अब इस रेलखंड में तीसरी और चौथी नयी रेल लाइन को लेकर सर्वे करने की तैयारी में है।
रेलवे बोर्ड ने वाराणसी से किऊल तक तीसरी व चौथी रेल लाइन और किऊल से जसीडीह होते हुए आसनसोल तक तीसरी रेल लाइन का फाइनल लोकेशन सर्वे करने का आदेश दे दिया है। इन रेल लाइनों के निर्माण से यात्री ट्रेनों के साथ-साथ मालगाड़ियों को भी काफी सुविधा होगी।
इस रेल मार्ग पर नयी ट्रेनों का परिचालन भी सुगमता से हो पायेगा। इन नये रेलवे ट्रैक के निर्माण को लेकर सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। पत्र के माध्यम से वाराणसी से किऊल तक तीसरी व चौथी, जबकि किऊल से जसीडीह व आसनसोल तक तीसरी नयी रेल लाइन के विस्तार की मांग की थी।
सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने गोड्डा – पाकुड़, बासुकिनाथ – चितरा व जोड़ामो रेल लाइन का काम भी जल्द पूरा कराने का आग्रह पिछले दिनों कोयला मंत्री से की थी, जिसके बाद कोयला मंत्रालय के सचिव अमृतलाल मीणा ने नीति आयोग के सीइओ व रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को पत्र भेजकर इस रेल लाइन का काम जल्द पूरा करने का सुझाव दिया है। उन्होंने रेलवे को पत्र लिखकर बताया है कि कोयला मंत्रालय ने उत्पादन के लिए एकीकृत कोयला रसद योजना तैयार की है, जिसके तहत एकल या मल्टी मॉडल मोड के माध्यम से कोयला को गंतव्य स्थान तक पहुंचाना है।