Deoghar: देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट से संबंधित जिला सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने जिला अन्तर्गत पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट के तहत किये जा रहे कार्यों की बिन्दुआर समीक्षा करते हुए पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट के तहत जिला निरीक्षण एवं अनुश्रवण समिति को एक्टिव रहने का निर्देश दिया। साथ ही उपायुक्त द्वारा गठित समिति द्वारा अब तक कुल 26 अल्ट्रासाउंड सेटर के जांच प्रक्रिया को लेकर किये गये कार्यों से अवगत हुए।
जिले के सभी प्रखण्डों में जागरूकता कार्यक्रम का करें आयोजनः DC
इसके अलावे बैठक के दौरान उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने 24 जनवरी से 31 जनवरी तक Save the Girl Child Campaign को लेकर किये जा रहे कार्यों पर विस्तृत चर्चा करते हुए संबंधित अधिकारियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को निदेशित करते हुए कहा कि जिले के सभी प्रखण्डो में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करने के अलावा सभी प्रखण्ड के कस्तुरबा विद्यालयों, महाविद्यालयों में रैली का आयोजन, टॉक शो, बैनर-पोस्टर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करें, ताकि लोगों को अभियान की महता से जोड़ा जा सके। साथ ही उन्होंने जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से बाल विवाह, दहेज कूप्रथा, साफ-सफाई, एनिमिया, शौचालय के उपयोग, पोषण के महत्व से ज्यादा से ज्यादा महिलाओं, बच्चे एवं उनके परिजनों को जागरूक करने का निदेश दिया।
दोषियों की सही सूचना देने वाले को एक लाख तक का मिलेगा ईनामः DC
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि लिंग परीक्षण को लेकर कई बार लोगो की शिकायतें जिला प्रशासन को मिलती रहती है। ऐसे में मुखबिर/डिकॉय योजना के तहत लिंग परीक्षण करने वाले दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें, ताकि अवैध लिंग जांच करने वाले संस्थानों या व्यक्तियों को चिन्हित किया जा सके। साथ ही उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि माननीय मुख्यमंत्री जी के निदेशानुसार डिकॉय योजना के तहत लिंग परीक्षण से जुड़ी समुचित जानकारी देने वाले व्यक्ति को एक लाख रूपये ईनाम के तौर पर दिया जायेगा, जिसमें मुखबिर को चालिस हजार, गर्भवती महिला को चालिस हजार एवं सहयोगी को बीस हजार तक देने का प्रावधान है। ऐसे में आवश्यक है कि योजना शत प्रतिशत सफल संचालन को लेकर कार्य योजना बनाते हुए इस दिशा में कार्य किया जाय।
जिला सलाहकार समिति की बैठक में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट को सख्ती से लागू करने के अलावा कन्या भ्रूण हत्या पर रोक, दहेज प्रथा उन्मूलन व जिले मे घटते लिंगानुपात को बेहतर करने के उदेश्य से विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए संबंधित अधिकारियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया। साथ ही बैठक के दौरान पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट के सब रूल के तहत अल्ट्रासाउंड सेन्टर के द्वारा जमा की गयी राशि को पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट के विभिन्न गतिनिधियों में इम्प्लीमेन्टेशन के तहत खर्च करने से जुड़े कार्यों की समीक्षा के अलावा पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट अंतर्गत दो अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों का रिनूवल रजिस्ट्रेशन की सहमति उपायुक्त द्वारा दी गयी। साथ ही सदर अस्पताल के अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र का मशीन बदलने को लेकर उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।
इसके अलावे बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ0 युगल किशोर चौधरी द्वारा जानकारी दी गयी कि देवघर जिले में कुल 38 अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र निबंधित है। जिसमें कि 06 अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र बंद है, 01 अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र को सीज किया गया है, 3 अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों में ईको कार्डियोग्राफी किया जाता है, 1 अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र में पेन मैनेजमेंट का कार्य किया जाता है एवं शेष 27 अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों में गर्भवती महिला की जाँच की जाती है। वहीं अंतिम तीन माह में अब तक कुल 26 अल्ट्रासाउंड केन्द्रों का जांच भी जिला निरीक्षण एवं अनुश्रवण समिति द्वारा किया गया है।
इस दौरान उपरोक्त के अलावे सिविल सर्जन डॉ0 युगल किशोर चौधरी, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ0 प्रेम प्रकाश, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ0 उल्लासीता उर्वशी, विधि विशेषज्ञ धनंजय मंडल, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, डीपीएम नीरज भगत, चेतना विकास स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधि, निड्स स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधि के साथ-साथ संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मी आदि उपस्थित थे।