Dumka: झारखंड की उपराजधानी दुमका में धारा 144 लागू कर दिया गया है। अंकिता की मौत के बाद दुमका शहर में उपजे हालत के बाद दुमका अनुमंडल प्रशासन ने पुरे शहर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में 28 अगस्त से अगले आदेश तक धारा 144 लागू कर दिया है।
अनुमंडल दंडाधिकारी महेश्वर महतो ने कहा कि आग से झुलसने से घायल अंकिता कुमारी का रिम्स रांची में ईलाज के क्रम में मृत्यु हो गयी है। इस घटना के विरोध में विभिन्न संगठनों के द्वारा दुमका में धरना प्रदर्शन करने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उक्त बातों को ध्यान में रखते हुए 28 अगस्त से अगले आदेश तक धारा 144 लागू करते हुए निषेधाज्ञा लागू किया जाता है।
इस आदेश के तहत दुमका में 05 व्यक्ति या उससे अधिक व्यक्तियों का जमावड़ा पूर्णतः निषेद्य रहेगा, इस निषेधाज्ञा के प्रभावी होने के साथ ही बिना किसी पूर्वानुमति के किसी प्रकार का धरना प्रदर्शन, सार्वजनिक रूप से एकत्रित होकर धार्मिक सभा, सामुहिक भोज, जुलूस/रैली इत्यादि का आयोजन आदि पूर्णतः प्रतिबंधित होगा।
उपर्युक्त निर्देशों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों को आपदा प्रबंधन अधिनियम् 2005 की सुसंगत धाराओं और भारतीय दण्ड संहिता, 1860 के सेक्शन 188 के तहत दंडनीय होंगे। अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
बता दें कि एक सप्ताह पहले नगर थाना क्षेत्र के जरुआडीह गांव में एक तरफा प्यार में सनकी युवक शाहरुख ने 12वीं की छात्रा अंकिता सिंह पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी। गंभीर हालत में परिजन उसे लेकर पहले दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे जहां से प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया था। यहां इलाज के दौरान शनिवार देर रात उसकी मौत हो गई।
अंकिता की मौत के बाद दुमका में लोगों में भारी आक्रोश है, सुबह से ही शहर की दुकान- बाजार बंद हो गई है। मौत की खबर मिलते ही लोग सड़क पर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं और पुलिस-प्रशासन के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों ने बाजार भी बंद कराया, कुछ जगहों पर दुकान बंद कराने को लेकर प्रदर्शनकारियों और दुकानदारों के बीच झड़प भी हुई है। मामला बिगड़े न इसकी संभावना को देखते हुए अनुमंडल प्रशासन ने धारा 144 लागू करने का फैसला लिया है, ताकि शहर में शांति व्यवस्था बनी रही।
समाज के लोगों ने आरोपी के परिवार का सामाजिक बहिष्कार के निर्णय के साथ-साथ आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं।