Ranchi: झारखंड में भीड़ की हिंसा (mob violence in jharkhand) की एक और खौफनाक घटना (scary incident) सामने आयी है। लोहरदगा जिले के सेरेंगदाग थाना (Serengdag police station of Lohardaga district) क्षेत्र के गणेशपुर गांव में ग्रामीणों की भीड़ ने डायन के अंधविश्वास में (in the superstition of the witch) एक महिला को लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा, उसे जबरन जहर खिला दिया और इसके बाद एक बोरी में बंद कर उसे पहाड़ी से नीचे झरने में फेंक दिया।
राज्य में पिछले 24 घंटे के भीतर भीड़ हिंसा की यह दूसरी घटना है। इसके पहले बुधवार की रात गुमला सदर थाना क्षेत्र में उत्तेजित भीड़ ने एक नाबालिग से रेप के आरोपी दो युवकों पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी। इनमें से एक युवक की मौत हो गयी, जबकि दूसरे की हालत गंभीर है।
लोहरदगा के गणेशपुर में हुई घटना के बारे में बताया गया है कि गांव में हाल के दिनों में पांच लोगों की मौत की घटनाओं को लेकर 9 जून को सुबह पंचायत बुलायी गयी थी, जो देर शाम तक चली। पंचायत ने मौजूद कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव की ही रहने वाली होलो देवी के जादू-टोना के चलते ये मौतें हुई हैं।
इसके बाद पंचायत में ही उसे बुलाकर उसकी हत्या का फरमान सुनाया गया। मृतकाके परिवार के चंद्रमणि देवी और भोला खैरवार ने बताया कि उनलोगों ने होलो देवी की जान बख्श देने की गुहार लगायी, लेकिन किसी पर कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद भीड़ ने लाठी-डंडे पिटाई शुरू कर दी। उसकी चीख-पुकार का कोई असर नहीं पड़ा।
जब वह अचेत होकर गिर गयी तो उसेजबरन जहर खिला दिया गया।महिला ने दम तोड़ दिया, तब उसका शव बोरी में बंद कर सेन्हा थाना क्षेत्र अंतर्गत धरधरिया जलप्रपात में ऊपर से नीचे फेंक दिया।
सेन्हा थाना पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है। इस मामले में संलिप्त 30 से ज्यादा लोगों को थाना लाकर पूछताछ की जा रही है।