Deoghar: देवघर उपायुक्त (Deoghar DC) मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गयी कि बाबा बैद्यनाथ मंदिर में शीघ्रदर्शनम व्यवस्था को और भी बेहतर करने के लिए कुछ कदम उठाये जाने की आवश्यकता है।
डीसी ने कहा कि सामान्य दिन, विशिष्ट, अति विशिष्ट एवं मेला के दिनों में बुजूर्ग, महिलाओं, छोटे बच्चों के साथ आए माताएं, दिव्यांगजनों एवं बीमारी से ग्रसित श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक कम समय में जलार्पण करने के लिए शीघ्रदर्शनम कूपन की व्यवस्था है एवं अभी तक ऐसे दिनों में निर्गत होने वाले शीघ्रदर्शनम कूपन की संख्या सीमा तय नहीं की गयी थी, क्योंकि पंडा व पुरोहित समाज के प्रतिनिधियों द्वारा सीमित संख्या में शीघ्रदर्शनम कूपन होने से कुछ तत्वों द्वारा कालाबजारी व निर्धारित राशि से अधिक में बेचने की आशंका जताई गई थी, परंतु बाबा बैद्यनाथ मंदिर की आस्था एवं वैश्विक प्रसिद्धि के कारण प्रतिदिन यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, जो कि देवघर की अर्थव्यवस्था, पर्यटन व अन्य सामाजिक दृष्टिकोण से हम सभी के लिए हर्ष की बात है।
उन्होंने आगे कहा कि कोविड काल के दौरान बाबा मंदिर प्रांगण में आम श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश वर्जित की गयी थी। ऐसे में श्रद्धालुओ की संख्या में अत्यधिक इजाफा होने का यह भी एक कारण है। उदाहरण के तौर पर नव वर्ष पर शीघ्रदर्शनम कूपन की संख्या में रिकाॅर्ड बढ़ोतरी देखी गयी थी एवं महाशिवरात्रि के अवसर पर भी 13200 श्रद्धालुओं ने शीघ्रदर्शनम कूपन के माध्यम से बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण किया है। ऐसे में सीमित संख्या में निर्गत होने वाले शीघ्रदर्शनम कूपन की सीमा न रहने के कारण श्रद्धालु कम समय में व्यवस्थित रूप से पूजा नहीं कर पाते हैं, जिससे शीघ्रदर्शनम कूपन का मूल उद्देश्य अर्थात कम समय में बुजूर्ग, महिला, दिव्यांग व बीमार श्रद्धालुओं को जलार्पण कराना संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में इन सभी तथ्यों को देखते हुए मंदिर प्रशासन द्वारा यह आवश्यकता महसूस की गयी है कि मौजूदा व्यवस्था में सीमित संख्या में हीं शीघ्रदर्शनम कूपन निर्गत किया जाय। इसके अलावे सामान्य दिन, अति विशिष्ट दिवस एवं मेला में भी अलग-अलग संख्या में एक दिन में शीघ्रदर्शनम कूपन निर्गत करने की आवश्यकता है।
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में श्रावणी मेला में श्रद्धालुओं के सुगमतापूर्वक जलार्पण के लिए अरघा की व्यवस्था की जाती है, जिससे क्यू प्रबंधन में आसानी होती एवं शीघ्रतापूर्वक श्रद्धालु बाबा को जलार्पण कर पाते हैं। ऐसे में बाबा बैद्यनाथ के प्रति लोगों की आस्था एवं बाबा बैद्यनाथधाम की वैश्विक ख्याति के कारण यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में दिनों-दिन बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में यदि अति विशिष्ट एवं मेला के दौरान अरघा के माध्यम से जलार्पण कराया जाता है तो इससे कम समय में हीं अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालु बाबा का सुगमतापूर्वक जलार्पण कर सकेंगे।
इसके अलावे उन्होंने आगे कहा कि आज देवघर, झारखण्ड पर्यटन का एक केन्द्र बिन्दु बनकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पटल पर उभर रहा है। ऐसे में हितधारक (Stake holder) से भी अपेक्षा की जाती है कि पर्यटक और श्रद्धालुओं को बेहतर जलार्पण सुविधा मुहैया कराने में वे सहयोग प्रदान करें। उन्होंने आगे कहा कि दिन प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ में हो रहे इजाफा को देखते हुए आवश्यक है कि जैसे श्रावणी मेला में किया जाता है उसी तरह अति विशिष्ट दिनों यथा- नव वर्ष, बसंत पंचमी, महाशिवरात्रि, भादो मेला में भी अरघा के माध्यम से जलार्पण की व्यवस्था हो।
इस संबंध में देवघर के सभी तीर्थ पुरोहित व पंडा समाज के प्रतिनिधियों व पंडा धर्मरक्षिणी सभा के पदाधिकारियों, हितधारकों व लोगों को आगे बढ़-चढ़कर सहयोग करने की आवश्यकता है। साथ हीं श्रद्धालुओं के हित में सभी हितधारकों से अपेक्षा की जाती है कि सीमित संख्या में शीघ्रदर्शनम् कूपन व अतिविशिष्ट दिनों, मेला के अवसर पर अरघा की व्यवस्था पर सहमति बने। इस पर अंतिम निर्णय एवं अंतिम रूप से हितधारकों (stake holder) के साथ बैठक कर बहुत जल्द निर्णय लिया जायेगा।
इसके अलावे उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवरात्रि मेला के सफल संचालन में सहयोग के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के सभी वरीय अधिकारियों, पुरोहित समाज, पण्डा धर्मरक्षिणी के सभी सम्मानित सदस्य व मंदिर कर्मियों के साथ-साथ सभी दण्डाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों, पुलिस बल के जवान, सहयोगी कर्मियों, नगरवासियों, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों एवं पत्रकार बंधुओं का आभार प्रकट किया।