Patna: बिहार के वैशाली जिले (Vaishali District) में रामायण विश्वविद्यालय (Ramayana University) की स्थापना की पहल की जा रही है। इस विश्वविद्यालय में रामायण (Ramayan) और संस्कृत व्याकरण (Sanskrit Grammar) के पढ़ाई होंगे। इस विश्वविद्यालय में ज्योतिष, कर्मकांड, आयुर्वेद, योग और प्रवचन की भी शिक्षा प्रदान करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए पटना स्थित महावीर मंदिर ने शिक्षा विभाग को एक प्रस्ताव दिया है। महावीर मंदिर प्रबंधन के मुताबिक, इस विश्वविद्यालय के लिए वैशाली के इस्लामपुर में 12 एकड़ जमीन भी चिन्हित कर ली गई है। महावीर मंदिर ट्रस्ट ने रामायण विश्वविद्यालय खोलने के लिए शिक्षा विभाग से संपर्क साधा है।
प्रबंधन के अनुसार, यह विश्व का अपने तरह का इकलौता विश्वविद्यालय होगा, जहां वाल्मीकि रामायण को केंद्र में रखकर गोस्वामी तुलसीदास कृत रामचरितमानस और भारतीय भाषाओं एवं दक्षिण पूर्व एशिया में प्रचलित सभी तरह के रामायण पर वृहद अध्ययन और शोध कार्य होंगे। महावीर मन्दिर की ओर से शिक्षा विभाग को प्रस्ताव के साथ 10 लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट भी दिया गया।
महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि वैशाली जिला के इस्माइलपुर में महावीर मन्दिर की लगभग 12 एकड़ जमीन रामायण विश्वविद्यालय के लिए चिन्हित की गई है। यहां पर विश्वविद्यालय का मुख्य भवन, शैक्षणिक भवन समेत सभी आधारभूत सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित विश्वविद्यालय में एक समृद्ध पुस्तकालय होगा।
उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय में संस्कृत व्याकरण और रामायण मुख्य विषय होंगे। इसके अलावे ज्योतिष, कर्मकांड, आयुर्वेद, योग और प्रवचन की भी शिक्षा दी जाएगी।