Deoghar: सकारात्मक सोच से समस्याओं का समाधान आसानी से निकलता है। उपरोक्त बातें देवघर व्यवहार न्यायालय के पी डी जे दिवाकर पांडेय ने अपने स्थानांतरण के अवसर पर एक विशेष बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि देवघर व्यवहार न्यायालय में कार्यकाल के दौरान कई कठिन परिस्थितियां आयीं, परंतु अधिवक्ताओं के सकारात्मक सहयोग से सदैव समस्याओं का शांतिपूर्ण समाधान निकालने में मदद मिलती रही।
उन्होंने कहा कि बाबा वैद्यनाथ की नगरी शांतिपूर्ण नगरी है और यहां उन्होंने जो समय बिताया,वह उनके जीवन की एक अच्छी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का स्थानांतरण और आना-जाना एक सहज प्रशासकीय व्यवस्था है, किंतु किसी स्थान विशेष पर जाकर सुखद अनुभवों को संचित करना और उन स्मृतियों को संजोते हुए वहां से जाना एक विशेष अनुभव होता है, जो दिल को आह्लादित करता है।
उन्होंने कहा कि देवघर व्यवहार न्यायालय में उनके सहयोगी न्यायिक पदाधिकारियों की कर्मठता एवं सहयोगात्मक कार्य प्रणाली ने उन्हें देवघर व्यवहार न्यायालय को एक विशेष पहचान की ओर अग्रसर करने व न्यायपालिका का गौरव बढ़ाने के कार्य में मदद पहुंचाई। उन्होंने कहा कि देवघर के प्रति उनका लगाव सदैव कायम रहेगा और यहां के सहयोगी न्यायिक पदाधिकारियों एवं अधिवक्तागण के साथ बिताए गए सुखद पल उन्हें याद रहेंगे।
जानकारी हो कि देवघर व्यवहार न्यायालय के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रहे दिवाकर पांडेय का स्थानांतरण रांची में जुडिशियल कमिश्नर के रूप में हुआ है एवं उन्होंने देवघर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम विजय कुमार चौधरी को चार्ज दे दिया है, ताकि वे रांची में जुडिशियल कमिश्नर का पदभार संभाल सकें। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश दिवाकर पांडेय का देवघर जिला अधिवक्ता संघ में अधिवक्ताओं ने जोरदार सम्मान करते हुए उन्हें विदाई दी।