मुंबई: कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी मुंबई की रहने वाली डॉ श्रृति हलारी के तीसरी बार कोरोना संक्रमति होने से सब हैरान हैं। बृहनमुंबई म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (BMC) ने कहा है कि जीनोम विश्लेषण के लिए डॉ हलारी के सैंपल लिए गए हैं।
डॉ हलारी जब तीसरी बार संक्रमित हुईं तो इसके लक्षण दूसरी बार की तुलना में गंभीर थे। जबकि पहली बार पॉजिटीव होने पर उनमें कोई लक्षण नहीं था। लेकिन दूसरी और तीसरी बार संक्रमित होने पर उन्हें कई तरह की परेशानियां महसूस हुईं। उन्होंने कहा कि मुझे सिरदर्द रहता था और कमजोरी महसूस होती थी। मैं स्क्रीन को 10 मिनट से ज्यादा नहीं देख सकती थी। उन्होंने वैक्सीन की अपनी पहला डोज 8 मार्च को और दूसरा डोज 29 अप्रैल 2021 को लिया था।
पिछले साल पहली बार संक्रमित हुई थी महिला डॉक्टर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डॉ श्रुति हलारी मुंबई के मुलुंड एरिया में में कोविड ड्यूटी पर थीं। इसी दौरान उन्हें पिछले साल 17 जून को पहली बार कोरोना संक्रमण हुआ। उस समय बहुत मामूली लक्षण उनमें नजर आए थे। इसके बाद उन्होंने वैक्सीन की पहली डोज उन्होंने इस साल 8 मार्च को और फिर दूसरी डोज 29 अप्रैल को ली। पूरे परिवार को एक साथ कोरोना की वैक्सीन दी गई थी। हालांकि, एक महीने बाद ही 29 मई को डॉ हलारी दूसरी बार कोरोना संक्रमित हुईं। इस बार भी उनमें मामूली लक्षण आए और वे घर पर ही ठीक हुईं। डॉक्टर हलारी 11 जुलाई को तीसरी बार कोरोना संक्रमित हुईं। साथ ही उनका परिवार भी इसकी चपेट में आ गया। इस दौरान सभी को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा और इलाज के लिए रेमडेसिविर की जरूरत पड़ी।
पूरा परिवार भी संक्रमित
एक टीवी चैनल से बात करते हुए, डॉ श्रुति हलारी ने कहा कि वह यह बात जान कर हैरान हैं कि वह तीसरी बार कोरोना संक्रमित हो गईं। उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर के रूप में मैं अपने मरीजों को सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने के बारे में बताती रहती हूं और खुद भी सभी प्रोटोकॉल का पालन करती हूं, लेकिन मुझे आश्चर्य तब हुआ जब मुझे तीसरी बार संक्रमण हो गया। उन्होंने कहा कि हालांकि लक्षण बहुत गंभीर नहीं थे, फिर भी मुझे अस्पताल में भर्ती कराया गया। मुझे दूसरी बार संक्रमित हुए अभी 45 दिन हुए थे। मेरा पूरा परिवार भी संक्रमित हो गया। लेकिन हमने समय पर दवा शुरू की। हमारे फेफड़ों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। अब मैं ठीक हूं।
यह दुर्लभ मामला: विशेषज्ञ
डॉक्टर्स का कहना है कि किसी व्यक्ति के तीसरी बार संक्रमित होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें कोरोना के वेरिएंट से लेकर इम्यूनिटी लेवल या गलत जांच रिपोर्ट भी बड़ी वजह हो सकती है। डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना वैक्सीन लेने के बावजूद कई लोग संक्रमित हुए हैं लेकिन वे जल्दी ठीक भी हो जाते हैं।
किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने की चेतावनी
डॉ श्रुति हलारी की स्थिति को देखते हुए पीडी हिंदुजा अस्पताल और एमआरसी के सलाहकार पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ लेंसलॉट पिंटो ने कहा कि यह एक दुर्लभ मामला है और लोगों को इससे चिंतित नहीं होना चाहिए। हालांकि, उन्होंने कोरोना के खिलाफ लोगों को किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने की चेतावनी दी।
यह भी पढ़ें:
- कानपुर में एशिया की सबसे बड़ी मार्केट में आग, अब तक करोड़ों के नुकसान की आशंका
- Deoghar: राज केशरी हत्या मामले का खुलासा, बकाया पांच हजार मांगने पर मार दी थी गोली, तीन आरोपी गिरफ्तार
- Jasidih: पटरी पर मिला युवक का शव, पॉकेट से मिला सुसाइड नोट, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, कहा- लड़की के स्वजनों ने दी थी धमकी
- Deoghar: चौराहा के नामकरण को लेकर भिड़े दो पक्ष, दो घायल
- Deoghar: उर्स मेला और रामनवमी जुलूस को लेकर सारठ पहुंचे SP, रूट लाइन का लिया जायजा