Deoghar: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जसीडीह औद्योगिक क्षेत्र स्थित सोफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क परिसर में दर्जनों युवतियों को निःशुल्क ट्रेवल और हाॅस्पीटैलिटी सर्टिफिकेशन में वीएफस ग्लोबल एकेडमी के माध्यम से नामांकन कराया गया।
प्रशिक्षण के तहत छात्राओं को ट्रेवल की मुख्य बातें हाॅस्पीटेलिटी व्यवसाय का परिचय इवेंट मैनेजमेंट कम्युनिकेशन स्किल से संबंधित माॅडूयल शामिल होगा। जिससे महिलाओं को इस क्षेत्र मे रोजगार के अवसर प्राप्त करने में सुविधा उपलब्ध होगी।
उक्त कार्यक्रम में गोड्डा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे की गरिमामयी उपस्थिति दर्ज की गई। उन्होंने ट्रेवल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में विशेष्ठ शिक्षा और करियर के अवसरों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के महत्व पर जोर दिया।
इस बैच के लिए छात्रों का चयन देवघर के रमा देवी बाजला महिला महाविद्यालय से किया गया था। तीन महीने तक चलने वाले इस सर्टिफिकेट प्रोग्राम में टूरिज्म की मूल बातें, हॉस्पिटैलिटी बिज़नेस का परिचय, इवेंट मैनेजमेंट और कम्युनिकेशन स्किल्स पर इंडस्ट्री से संबंधित मॉडयूल्स शामिल हैं। इस पहल का उद्देश्य ट्रेवल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना और सामाजिक समावेशन को प्रोत्साहित करना है। इतना ही नहीं, छात्रों के लिए आयोजित किया जा रहा यह कार्यक्रम पूर्णतः निःशुल्क है।
मौके पर मौजूद डॉ. दुबे ने कहा, “महिला सशक्तिकरण एक लंबी और सतत यात्रा है। इस यात्रा को अंजाम पर पहुँचाने के लिए निरंतर प्रयास की आवश्यकता है। वीएफएस ग्लोबल द्वारा शुरू की गई पूर्ण महिला बैच इस क्षेत्र में एक नया अध्याय और उपलब्धि है। मुझे विश्वास है कि इस तरह की पहलों से युवा महिलाओं को स्वतंत्र बनने के लिए प्रेरणा मिलेगी। कौशल विकास के माध्यम से देवघर में युवा महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से वीएफएस ग्लोबल एकेडमी को उनकी रणनीतिक पहल के लिए बधाई। उक्त कस्टमाइज़्ड मॉड्यूल्स सराहनीय हैं और निस्संदेह समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव डालेंगे।”
प्रबुद्ध सेन, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, साउथ एशिया, बीएफसी ग्लोबल, ने कहा, “पूर्ण रूप से महिलाओं के लिए समर्पित यह बैच ट्रेवल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में लैंगिक विविधता को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें कौशल विकास के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने और स्थानीय युवाओं की रोजगार क्षमता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। हमारे प्रयास भारत सरकार के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के अनुरूप हैं और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 की थीम #इंस्पायरइन्क्लूज़न पर आधारित हैं।