Deoghar: अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस कार्यक्रम के लिए अयोध्या में युद्ध स्तर की तैयारी की जा रही है। राम मंदिर निर्माण में देशभर के लोग अपने अनुसार सहयोग कर रहे हैं। अब जब अयोध्या में हेर रोज लाखों रामभक्त अपने रामलला के दर्शन करने आएंगे तो इसके लिए देशभर के डॉक्टरों ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
अयोध्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के डॉक्टरों से जुड़े संगठन नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन (NMO) ने बिगेसी के तीर्थपुरम में बनी टेंट सिटी में अस्पताल बनाया है। इस अस्पताल ने मरीजों का मुफ्त में इलाज किया जा रहा है। जहां झारखंड के देवघर से भी पांच चिकित्सक अपनी सेवा देने जा रहे हैं। जिसमें देवघर के जाने-माने चिकित्सक डॉ धन्वन्तरि तिवारी, डॉ गौरी शंकर, डॉ आनंदवर्धन, डॉ राधा कृष्ण, और डॉ विधु विबोध शामिल हैं। ये पांचो डॉक्टर्स देवघर से 1 फरवरी को अयोध्या जा रहे हैं, सभी वहां 2-3 फ़रवरी को अपनी सेवाएं देंगे और 4 फ़रवरी को वापस देवघर आएंगे।
डॉ. डी तिवारी ने बताया कि अयोध्या में देशभर के 500 से ज्यादा डॉक्टर अपनी सेवाएं देने आएंगे। यह मेडिकल कैंप 15 जनवरी से 15 फरवरी तक लगाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस कैंप के लिए देश के कई डॉक्टरों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसमें से लगभग 500 डॉक्टरों का चयन किया गया है। अब इन डॉक्टरों को 3-3 दिन तक अपनी सेवाएं देनी हैं। इस दौरान यहां मरीजों की जांच से लेकर उनको दी जाने वाली दवाएं तक सब मुफ्त में होगा। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही इसी अस्थाई मेडिकल कैंप में एक्सरे, ब्लड और शुगर समेत कई जांच मशीने भी लगवाई गई हैं।
डॉ. डी तिवारी बताते हैं कि रामलला के दर्शन और उनके पूजन के लिए देश-दुनिया से भक्त आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या ना हो, इसके लिए यह कैंप लगाया गया है। उन्होंने बताया कि इस मेडिकल कैंप में हर रोज सैकड़ों मरीज आ रहे हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। अगर किसी मरीज को किसी वजह से भर्ती करना पड़ता है तो इसके लिए 10 बेड भी लगाए गए हैं।