Deoghar: देवघर जिले के कुंडा थाना इलाके के देवसंघ सातर रोड स्थित माया पहाड़ और दयाल गार्डन के बीच स्थित झरिया बागान में 20 जून को रिखिया थाना क्षेत्र के रामपुर मोहल्ला निवासी फर्नीचर दुकानदार किशन सिंह उर्फ सतीश की पत्थर से कूच कर निर्मम हत्या कर दी गयी थी। हत्याकांड के बाद कुंडा पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुआ था जिससे हत्यारों की पहचान हुई थी।
इस हत्याकांड में चक्रवर्ती लेन निवासी रौशन मिश्रा उर्फ नेहाल और लक्ष्मीपुर चौक निवासी गौरव झा की पहचान सीसीटीवी फुटेज केक माध्यम से हुआ था। घटना के बाद से दोनों देवघर से फरार हो गये थे। 04 अगस्त को दोनों ने कोर्ट में अत्मसर्पण कर दिया था। उपरांत कुंडा पुलिस ने 09 अगस्त को दोनों को रिंमांड पर लेकर पुछताछ किया। पुछताछ में दोनों ने हत्या करने की बात को स्वीकार कर लिया।
क्यों की किशन की हत्या
रिमांड पर लिये गय रोशन मिश्रा उर्फ निहाल और गौरव झा ने पुलिस के समक्ष किशन की हत्या करने की बात को स्वीकार किया है। अपने स्वीकाराक्ति बयान में निहाल ने कहा है कि गौरव झा उर्फ बाबू के साथ उसकी गहरी दोस्ती रही है। वह जजमानी कार्य करता है और गौरव मैजिक वाहन चलवाने का कार्य करता है। दोनों एक साथ खाता पीता भी था। शहर में भिड़-भाड़ रहने की वजह से कभी- कभी कुंडा थाना क्षेत्र के ठाढ़ीदुलमपुर केक तरफ खुले मैदान में जाकार पीता खाता था। कहा है कि मृतक किशन सिंह का परिवार पूर्व में अपर बिलासी स्थित चकाचक मंदिर के पास रहता था। वहां उसका मामा घर है जहां उसका हमेशा आना जाना था। उसी क्रम में किशन से बातचीत होता था। कुछ दिन के बाद किशन का परिवार रामपुर तालाब के पास अपना घर बना कर रहने के लिये चला गया। कहा है कि पिछले वर्ष होली में किशन सिंह से उसका लड़ाई हो गया था। दोनों तरफ से जमकर मारपीट भी हुआ था। उसके बाद से किशन से रिश्ता खराब हो गया था। कहा है कि घटना के तीन दिन पूर्व ही किशन और उसके बीच बाता बाती हुआ था। जब भी आमना सामना होता था तो वह गाली गलौज करने लगता था। कहा है कि किशन से वह दोनों काफी परेशान रहने लगा था। उपरांत दोनों ने किशन को झांसे में लेकर हत्या करने की योजना बनाया। प्लान के अनुसार गाड़ी की पहचान नहीं हो पल्सर बाइक का नंबर प्लेट हटाकर निहाल और गौरव झा 19 जून 2023 को किशन सिंह के घर तरफ रात के 9.30 बजे के आसपास गया। गौरव बाइक चला रहा था उस वक्त किशन घर के पास स्थित तालाब पर अन्य दोस्त के साथ बैठा हुआ था। कहा है कि किशन के पास जाकर दोनों ने कहा कि पहले जो झगड़ा झंझट है समाप्त करो चलों आईबीपी ढावा में शराब पीते हैं। किशन तैयार हो गया और तीनों एक ही पल्सर बाइक से महेशमारा ऑवर ब्रिज के पास स्थित आईबीपी ढाबा पहुंचे। ढाबा में प्रवेश करने से पहले सामने स्थित पेट्रोल पंप में प्लसर बाइक में पेट्रोल लिया। ढाबा में शराब पीने के क्रम में किशन के ग्लास में ज्यादा और अपने दोनों ग्लास में कम शराब परोस रहा था। ढाबा से शराब पीने के उपरांत तीनो बाइक से बैद्यनाथद्याम स्टेशन के पास स्थित एक घर से ब्लैक में आईबी शराब का बोतल लिया और दो डीयू पानी का बोतल और तीन डीसपोजल ग्लास चिप्स, कुरकुरे लेकर देवसंघ होते हुए कुंडा थाना क्षेत्र स्थित माया पहाड़ और दयाल गार्डेन के बीच स्थित झरिया बागान मैदान में पहुंचे। रात के करीब तीन से साढे तीन बजे के आसपास उक्त फिल्ड में तीनो शराब पिया। दोनों ने मिलकर किशन सिंह को ज्यादा शराब पिला दिया। जब वह पूरा नशा में होकर जमीन पर लूढ़क गया तो दोनों ने मिलकर फिल्ड में रखे एक बड़े पत्थर को उठाकर उसके सिर पर पटक दिया। जिससे किशन का सिर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घटना के अंजाम देने के बाद दोनोंं ने घर पहुंचा और घटना को अंजाम देने के वक्त पहने कपड़े को एक बैग में रखकर पैक कर दिया और दूसरा कपड़ा पहन लिया। हत्या करने के उपरांत दोनों 20 जून की सुबह बस पकड़कर भागलपुर भाग गया। उसी क्रम में घटना के दौरान पहने कपड़े को बैग सहित क्यूल नदी में फेंक दिया। दोनों भागलपुर में ही होटल बूक कर रहने लगा। जब रूपया खत्म हो गया तो चुपके से देवघर आकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया।