Ranchi: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भ्रष्टाचार तो भाजपा का शिष्टाचार है। उन्होंने कहा कि झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र में झारखंड प्रतियोगी परीक्षा विधेयक पास होने पर भाजपा के विरोध को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि भाजपा को इसका विरोध करने का कोई हक नहीं है। भाजपा बताए कि क्या वह भाजपा शासित गुजरात, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का विरोध करेगी। जहां यही कानून लागू है।
भट्टाचार्य शनिवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा और बाबूलाल मरांडी का मुख्य पेशा पेपर लीक करना है और वो नहीं चाहते कि झारखंड में कदाचार मुक्त परीक्षा हो। उन्होंने बाबूलाल मरांडी से सवाल किया कि क्या पेपर लीक करने वाले आपके रिश्तेदार हैं? पहले और दूसरे जेपीएससी घोटाले में सीबीआई जांच हुई और अध्यक्ष सहित कई लोग जेल गए। पैसे लेकर अपने लोगों को नियुक्त करना, इनके लिए आम बात है।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चार अगस्त को सुबह- सुबह राज्यपाल से मिलकर इसका विरोध किया गया यानी कदाचार, भ्रष्टाचार और बच्चों का भविष्य भाड़ में जाए लेकिन इनकी काली कमाई जारी रहे। बस ये यही चाहते हैं और बार-बार राजभवन का इस्तेमाल कर भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल से मांग की है कि अभी नौकरियों की लंबी फेहरिस्त आने वाली है और इसमें किसी किस्म का आरोप ना हो। वह पारदर्शी हों। इसलिए इस विधेयक पर सहमति प्रदान करें।
उन्होंने आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो पर भी निशाना साधते हुए सवाल किया है कि उत्तराखंड और गुजरात सरकार ने गलत काम किया है। यदि उनमें नैतिकता और साहस है, तो इसका जवाब देना चाहिए।
सुप्रियो ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी अपना विपक्ष का नेता नहीं चुन पायी जबकि इसके लिए दो पंडित भी आए थे लेकिन वह भी इनकी कुंडली नहीं मिला पाए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कहा है कि हम ऐसा कानून बनाएंगे कि प्रतियोगी परीक्षाओं में कभी पेपर लीक ना हो और उसी के मद्देनजर सरकार ने यह विधेयक लाया है। (HS)