Deoghar: जिले के जसीडीह थाना क्षेत्र के कोठिया के लकरा पुल स्थित जोरिया में पुलिस ने 27 अगस्त को जमीन में दफन एक शव को बरामद किया था। परिजनों ने उसके कपड़े को देखकर शव की पहचान की थी। मृतक का नाम विष्णु मिर्धा था जो देवीपुर थाना क्षेत्र के भोजपुर का रहने वाला था। देवघर पुलिस ने इस मामले का उद्भेदन कर लिया है।
मामले के उद्भेदन के लिए एसपी सुभाषचन्द्र जाट ने सदर एसडीपीओ पवन कुमार और जसीडीह थाना प्रभारी अभिनाश गौतम के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था। तकनिकि अनुसंधान के सहारे टीम ने घटना का खुलासा किया है। अपने कार्यालय कक्ष में सदर एसडीपीओ पवन कुमार ने एक प्रेसवार्ता आयोजित कर बताया कि मृतक विष्णु मिर्धा सहित 9 लोग तीन बाइक से जमुई जिला के चकाई थाना क्षेत्र के मोहबदिया गांव में 18 अगस्त की रात को किसी घटना को अंजाम देने के लिये पहुंचे थे। जिसमें नगर थाना क्षेत्र के हनुमान टिकरी निवासी सूरज चरण मिश्रा, देवीपुर भोजपुर निवासी अजय कुमार उर्फ अजय कुमार वर्णवाल, जसीडीह थाना क्षेत्र के विशनपुरा निवासी मोहन मिर्धा, नितेश कुमार रवाणी, बांका जिला के कटोरिया निवासी रिंकू मोदी, सूरज सिंह तथा नितेश कुमार रवाणी सहित एक अन्य शामिल थे।
बाइक की नंबर प्लेट पर लगा रहा था कीचड़, तभी हो गया धमाका
एसडीपीओ ने बताया कि बारिश के कारण रास्ते में किचड़ हो गया था। अपराधी बाइक का नंबर छुपान के लिये नंबर प्लेट पर किचड़ लगा रहे थे। उसी क्रम में विष्णु मिर्धा फिसल कर गिर पड़ा उसके हाथ में झोले में बम था जो ब्लास्ट कर गया। इस घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बताया कि सूरज चरण मिश्रा और अजय बर्णवाल उसे बाइक पर लाद कर विशनपुर स्थित कुंदन मिर्धा के घर स्थित एक प्लास्टिक के बने टेंट में चौकी पर रखा। देर रात को विष्णु की मौत हो गयी। उसके उपरांत सूरज चरण मिश्रा और मोहन मिर्धा ने उसके शव को कोठिया के लकरा पुल के पास स्थित एक जोरिया में गड्ढा कर जमीन में दफना दिया।
मामले में ये हुए गिरफ्तार
इस मामले में जसीडीह पुलिस ने देवीपुर थाना क्षेत्र के भोजपुर निवासी अजय कुमार उर्फ अजय कुमार वर्णवाल, नितेश कुमार रवानी और मोहन मिर्धा विशनपुर थाना जसीडीह को गिरफ्तार कर पुछताछ के बाद जेल भेज दिया गया। जेल गये अजय कुमार वर्णवाल पर देवीपुर, कुंडा और मधुपुर में कई अपराधिक मामले दर्ज है। अन्य फरार चल रहे अपराधियों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस छापामारी में जुटी है।