New Delhi: अपने संसदीय क्षेत्र के साथ-साथ पुरे संथाल परगना में हर क्षेत्र में विकास को तत्पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे (Godda MP Nishikant Dubey) ने एक और बड़ी पहल की है। सांसद निशिकांत दुबे ने संथाल परगना (Santhal Pargana) में निफ्ट निर्माण की मांग भारत सरकार से की है। जिसको लेकर उन्होंने टेक्सटाइल्स मंत्री पियूष गोयल को पत्र भी लिखा है। साथ ही उन्होंने मेगा हैंडलूम क्लस्टर को मिले अनुदान की राशि के उपयोग के जाँच की मांग की है।
सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने मंत्री पियूष गोयल को लिखा है कि खादी, हथकरघा और स्थानीय वस्त्रों के विकास के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण ने स्वदेशी उद्योग की मांग और उत्पादन में वृद्धि की है। भागलपुरी रेशम भगइया में प्राप्त रेशम से बना है। जो झारखंड के गोड्डा जिले में स्थित है। भारत सरकार ने संथाल परगना के क्षेत्र को एक मेगा हैंडलूम क्लस्टर दिया और बाद में इसके विकास के लिए पचास करोड़ का अनुदान प्राप्त हुआ। केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र को उक्त हथकरघा क्लस्टर के साथ रोजगार और आर्थिक अवसर प्रदान करने के लिए एक नेक पहल की थी। हालांकि अभी इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होना बाकी है। केंद्र सरकार के पचास करोड़ के अनुदान का उपयोग नहीं किया गया है, इसके लिए आवश्यक जांच जरूरी है कि उक्त धन का उपयोग हुआ, डायवर्ट किया गया या चोरी किया गया है।
सांसद निशिकांत ने लिखा है कि देवघर एक कृषि महाविद्यालय, एक पॉलिटेक्निक, इंजीनियरिंग कॉलेज और पर्यटन मंत्रालय के होटल प्रबंधन कॉलेज के निर्माण और विकास के साथ एक शिक्षा केंद्र है। यहां हथकरघा और कपड़ा उद्योग इस क्षेत्र में मौजूदा प्रतिभाओं की एक श्रृंखला प्रदर्शित करता है जिसे केवल बढ़ावा देने और ऐसे कौशल दिखाने का अवसर देने की आवश्यकता है।
एमपी निशिकांत ने मंत्री पियूष गोयल से संथाल परगना में निफ्ट प्रदान करने की मांग करते हुए लिखा है कि, मैं आपसे संथाल परगना को एक राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (NIFT) प्रदान करने और देश के सबसे पिछड़े क्षेत्रों को विकसित करने और ऐसे क्षेत्रों से भारत की विकास कहानी प्रस्तुत करने के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का अनुरोध करता हूं।