Ranchi: देवघर त्रिकुट पर्वत पर रोपवे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालकर असली हीरो बने पन्नालाल पंजियारा को झारखण्ड सरकार ने सम्मानित किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पन्नालाल से बातचीत की और हादसे के बारे में पूरी जानकारी ली।
सीएम की मौजूदगी में डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने उन्हें एक लाख का चेक सौंपा। पन्नालाल को मोमेंटो और शॉल देकर सम्मानित भी किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पन्नालाल जी ने जिस तरह मानवता का परिचय दिया है, उसे हर किसी को आत्मसात करना चाहिए। इनके कार्य से गर्व की अनुभूति होती है।
पन्नालाल ने बचाई कई जिंदगियां :
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पन्नालाल के कार्यों की जमकर सराहना की जा रही है। रोपवे मेंटेनेंस में बतौर कर्मचारी कार्यरत पन्नालाल हादसे के दिन से ही लोगों को निकालने में जुटा रहा। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पन्नालाल का यह काम तब तक चलता रहा जब तक कि इसमें फंसे सभी लोगों को बाहर नहीं निकाल लिया गया। पहले दिन ही घटना की सूचना स्थानीय लोगों को देकर पन्नालाल ने रोपवे में फंसे लोगों को कंधे पर उठाकर पहाड़ और पत्थरों के बीचों-बीच से जंगल पार कर हॉस्पिटल पहुंचाया था।
स्थानीय लोग और जिला प्रशासन ने पन्नालाल की इस कार्य की जमकर तारीफ की है, जिसके बाद वो सुर्खियों में आए।
बता दें कि रविवार की शाम त्रिकुट रोपवे हादसे में एक दर्जन से ज्यादा ट्रालियां हवा में अटक गई थीं, जिसमें 60 से अधिक लोग सवार थे। घटना के बाद स्थानीय लोगों के अलावे आईटीबीपी, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन ने तीन दिनों तक रेस्क्यू अभियान चलाकर लोगों को निकाला। इस हादसे में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है।