Deoghar: यूं तो नाबालिग या यूं कहें कि, छोटी सी उम्र में बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले के किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे लेकिन, दोस्ती, भरोसे और इंसानी जिस्म को लहूलुहान कर टुकड़े की शक्ल में फेंकने की तस्वीर बेशक हैवानियत को भी शर्मशार करने वाली है, वाकया सामने आया है देवघर के रोहिणी इलाके से.
जहां के रहने वाले गगन मिश्रा नामक शख्श के नाबालिग बेटे को ,उसके ही कुछ दोस्त मंगलवार के रोज घर से बुलाकर ले गए और शाम के वक्त उसके परिजनों को फिरौती वाला कॉल आ गया, आनन-फानन में अपने बच्चे की सलामती को लेकर फिक्रमंद परिजनों ने ख़ाकी की दहलीज़ पर अनहोनी की आशंका ज़ाहिर की और ख़ाकी के नुमाइंदे भी बिना वक्त गंवाए बदमाशो की तलाश में इलाके की खाक छानने में जुट गई.
फ़िर तलाश कर दौरान जब लापता हुए बच्चे के एक साथी से पूछताछ की गई तब,सामने आई हैवानियत भरी कत्ल की एक ऐसी कहानी जिसे सुनकर वर्दीवालों का भी कलेजा दहल उठा। मौका ए वारदात के चश्मदीद की गवाही पर जब पुलिस उस सुनसान बियाबान में लाश तलाशने पहुंची तो, एक बार वहां का मंजर देख पुलिसवालों की पेशानी पर भी बल आ गए।
क्योंकि, मौक़ा ए वारदात पर पड़ी थी खून से सनी और तीन टुकड़ों में बंटी उसी नाबालिग लापता छात्र की लाश जिसकी पुलिस को तलाश थी। परिजनों के मुताबिक, क़ातिल ने क़त्ल को अंजाम देने के लिए महज़ एक चाकू का इस्तेमाल किया था और अपने मंसूबे को अंजाम देने कर बाद उन बेख़ौफ़ कातिलों ने परिजनों को फ़ोन कर 5 लाख की फ़िरौती भी मांगी तक की मांग कर डाली थी।
फ़िलहाल, पुलिस कत्ल की इस दिल दहला देने वाली वारदात में शामिल उन तमाम चेहरों को कानून की चौखट पर खड़े कर सलाखों में कैद करने की ख़ातिर ज़द्दोज़हद में जुटी है, उम्मीद है पुलिस अपनी जांच पूरी कर समाज के सामने उन हैवानों की करतूत को सरेआम बेपर्दा कर कानून की किताब में दर्ज उन संगीन धाराओं कर तहत उनके किए की सज़ा दिलाने में कामयाब होगी।