देवघर: रविवार को एसपी धनंजय कुमार सिंह को प्राप्त गुप्त सूचना के आधार पर साइबर पुलिस द्वारा कैशबैक का झांसा देकर ठगी करने वाले साथ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने 15 मोबाइल फोन, 22 सिमकार्ड और 1 एटीएम कार्ड भी बरामद किया है।
इस बावत साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पत्रकारों को जानकारी दी कि एसपी धनंजय कुमार सिंह को गुप्त सूचना मिली थी कि मधुपर व पथरौल थाना क्षेत्र में साइबर अपराधी सक्रिय हो गए हैं । सूचना पर एसपी धनंजय कुमार सिंह के द्वारा साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी टीम गठित कर पथरौल थाना क्षेत्र के गोनैया व बिल्ली गांव तथा मधुपुर थाना क्षेत्र के पसीया, भेड़वा नावाडीह और बड़ा राजाबांध गांव से छापेमारी कर सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार अपराधियों में संदीप कुमार दास, जयप्रकाश दास, सुमित कुमार दास, डब्लू दास, बबलु दास, अरविंद दास और पिंटू कुमार दास शामिल है। डीएसपी द्वारा यह जानकारी दी गयी कि मामले में गिरफ्तार बबलु और डब्लू सगे भाई हैं। इसके साथ ही डब्लू व पिंटू का पूर्व से आपराधिक इतिहास भी रहा है। दोनों पूर्व में साइबर अपराध के मामले में आरोपी रहे हैं।
उपरोक्त साइबर अपराधियों के द्वारा साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते हैं। साइबर अपराधी फोन पे पर कैशबैक का झांसा देकर भोले-भाले लोगों को अपने झांसे में लेकर साइबर ठगी करते हैं। पेयू मनी, फ्रीचार्ज जैसे ई-वॉलेट्स का भी इश्तेमाल कर साइबर ठगी की जाती है। इसके अलावे गेमिंग एप्स जैसे ड्रीम 11, रम्मी और तीन पत्ती गेम के माध्यम से ठगी करते हैं।
उपरोक्त साइबर अपराधी फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते हैं और उन्हें बताते हैं कि उनका एटीएम बंद होने वाला है। इसके अलावा केवाइसी अपडेट कराने के नाम पर भी ठगी की जाती है। साइबर अपराधी लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए कई तकनीक का इस्तेमाल करते हैं।