रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को विपक्षी विधायकों के जय श्रीराम अध्यक्ष महोदय के संबोधन से नाराज स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने उन्हें कड़े शब्दों में कहा कि विधानसभा को फुटपाथ मत बनाइये।
दरअसल 11 बजकर 11 मिनट पर जब मंगलवार को झारखंड विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो भाजपा विधायक अमर बाउरी ने स्पीकर को जय श्रीराम अध्यक्ष महोदय कहा। दूसरी ओर विधायक भानु प्रताप शाही ने मुख्यमंत्री को जय श्रीराम कहा। इसे सुनकर स्पीकर ने कहा कि और कोई देवता का नाम लेना है तो ले लीजिए। आपके इस बर्ताव से आसन को दिक्कत हो रहा है। आप आसन का मजाक कर रहे हैं। तमाशा लगा रखा है।
स्पीकर के इतना कहने पर विपक्षी विधायक वेल में आ गये। स्पीकर ने कहा कि उन्हें हनुमान चालीसा से कोई एतराज नहीं है लेकिन आप लोग आसन के साथ मजाक मत करिए। अगर मजाक करना है तो हमसे करिए, आसन से नहीं। मुझे आपके विरोध करने के तरीके से तकलीफ है। सोमवार को भी आप लोगों ने रिपोर्टिंग टेबल पर बैठकर महिला कर्मचारी को हटाकर जिस तरह का व्यवहार किया, हमने उसे बर्दाश्त किया। रिपोर्टिंग टेबल पर सदन की गरिमा को तार-तार किया। आप अपनी बात को रखिये लेकिन आसन के साथ मजाक मत करिए।
स्पीकर ने भानु प्रताप शाही से कहा कि आप मंत्री रहे हैं। ऐसा ना करें, आसन को मजाक का पात्र मत बनाएं। साढ़े तीन करोड़ जनता की आस्था सदन से है। इस पर विधायक सीपी सिंह ने कहा कि स्पीकर ने बहुत ही भावुकता पूर्ण वक्तव्य दिया है। स्पीकर की कुर्सी सर्वोच्च होती है। पर जब हम देखते हैं कि जब हमारा अभिभावक एक आंख में सूरमा और एक आंख में काजल लगा रहा है तो हमें तकलीफ होती है। कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में दो विषयों पर सहमति बनती है और बाद में एक विषय हटा लिया जाता है। इससे हम 26 विधायकों को कितनी तकलीफ हुई है। यह महसूस करने की जरूरत है।
इस पर स्टीफन मरांडी ने कहा कि इतना दिन विधानसभा का सत्र चला। कोई भी स्पीकर आसन पर खड़ा नहीं हुआ। पहली बार ऐसा हुआ है कि जब स्पीकर आसन पर खड़े हुए और सदस्य अपने आसन पर नहीं बैठे, जबकि सदस्यों को अपने आसन पर बैठ जाना चाहिए। इसके बाद उन्हें विरोध करना चाहिए। इसपर भाजपा के विधायकों ने कहा कि आसन के ऊपर जूता फेंकने वाले लोग आचरण नहीं सिखाएं।
इस दौरान भाजपा विधायक नियोजन नीति रद्द करो का नारा लगाते हुए वेल में आ गए और हंगामा करने लगे। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री का भाषण भी नहीं सुना जा सका। स्पीकर ने उन्हें बोलने के लिए कहा था। भानु ने हनुमान चालीसा का पाठ करने पर स्पीकर ने कहा कि राजनीति के लिए हनुमान चालीसा का मजाक मत कीजिए। आप किसी पंडित से पूछ लीजिए कि कब और किस जगह हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ा जाता है।
सरयू राय ने सुनिधि चौहान का मामला उठाया
इसी बीच विधायक सरयू राय ने भी वर्ष 2016 में झारखंड राज्य स्थापना दिवस में सुनिधि चौहान के कार्यक्रम तथा टॉफी और टी-शर्ट वितरण की गड़बड़ी का मामला उठाया और सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार के जवाब से वे संतुष्ट नहीं हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार इस मामले की जांच के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री की बातें सुनने के बाद सरयू राय ने पूछा कि सरकार इसकी जांच एसीबी से करायेगी या फिर विधानसभा की समिति से।
जवाब में स्पीकर ने कहा कि इसे तय किया जायेगा। जब मुख्यमंत्री सरयू राय के सवाल का उत्तर दे रहे थे उस समय भाजपा विधायक नियोजन नीति रद्द करो के नारे लगा रहे थे। इसके बाद भाजपा विधायक वेल में आकर बैठ गए और हनुमान चालीसा का पाठ फिर करने लगे। एक ही नारा एक ही नाम जय श्री राम, हर हर महादेव का नारा भाजपा विधायक लगाने लगे। दूसरी ओर विधानसभा गेट के पास धरने पर बैठे विधायक शशिभूषण मेहता और अपर्णा सेनगुप्ता को लाने के लिए स्पीकर ने संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम तथा विधायक नीरा यादव को भेजा। संसदीय कार्य मंत्री और नीरा यादव दोनों विधायकों को लेकर सदन पहुंचे।
हम चाहते हैं सदन सुचारु रूप से चले: नीलकंठ सिंह मुंडा
विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा सीट से उठे और कहा कि हम नियोजन नीति पर चर्चा चाहते हैं। हम भी चाहते हैं कि सदन सुचारु रूप से चले। हमने कार्यमंत्रणा की बैठक में जो निर्णय किया था उसे हटा दिया गया। अब हाउस आर्डर में रहेगा तब पूरक पूछेंगे। इसपर स्पीकर ने कहा कि सदन को आर्डर में लाने के लिए आपका सहयोग जरूरी है। इसके बाद भाजपा विधायकों ने वेल में बैठकर हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर दिया।
इसपर स्पीकर ने कहा कि हनुमानजी आपको बल, विद्या और बुद्धि दें। इस दौरान भाजपा विधायकों के वेल में बैठकर हनुमान चालीसा पढ़ने पर आपत्ति जताते हुए विधायक इरफान अंसारी ने उन्हें सस्पेंड करने की मांग की। उन्होंने स्पीकर से कहा कि सदन में ये व्यवहार ठीक नहीं है, इनको सस्पेंड करना चाहिए। इसके बाद भाजपा विधायकों का चालीसा पाठ जारी रहा। हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 37 मिनट पर साढ़े बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
12 बजकर 37 मिनट पर सदन की कार्रवाई दुबारा शुरू होने के बाद भाजपा विधायक सीपी सिंह ने स्पीकर से मांग करते हुए कहा कि मंगलवार को साढ़े बारह बजे से एक बजे तक हनुमान चालीसा के पाठ के लिए समय निर्धारित किया जाये। इसपर स्पीकर ने कहा कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं है पर इस मामले को बहुमत से पारित कराया जाये। स्पीकर की इस बात पर सीपी सिंह ने कहा कि क्या नमाज के लिए कमरे का आवंटन बहुमत से कराया गया है। इसके बाद सदन में शोर-शराबा होने लगा।
इसी बीच विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि जो यह प्रस्ताव ला रहे हैं, सभी ढोंगी हिन्दू हैं। भाजपा हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर दंगा फैलाना चाहती है। इसपर सीपी सिंह ने प्रदीप यादव को कहा कि अडानी की दलाली करने वाला हमसे क्या बात करेगा। मुझे हिन्दू होने पर गर्व है। इसपर स्पीकर ने कहा कि वोट के लिए जो कर रहे हैं करिये, कौन रोक रहा है। इसके बाद स्पीकर ने कार्यस्थगन की सूचनाएं पढ़ीं और कहा कि चलते सत्र पर इनपर चर्चा संभव है, इसलिए इन्हें अमान्य किया जाता है।
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