हज़ारीबाग।
रामगढ़ जिले के पतरातू डैम क्षेत्र में 12 जनवरी की सुबह गोड्डा की रहने वाली हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की छात्रा का शव बरामद किया गया था. मृतका का पैर और हाथ रस्सी से बंधा हुआ था. आशंका व्यक्त की जा रही थी कि युवती की हत्या कर शव को डैम में फेंका गया है. लेकिन, पुलिस का कहना है कि छात्रा ने आत्महत्या की थी. डीआईजी हजारीबाग ने शनिवार ने पूरे मामले का खुलासा किया है.
पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा कि गोड्डा की रहने वाली मेडिकल छात्रा ने आत्महत्या की थी. छात्रा के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले थे. पुलिस हर पहलू की जांच के बाद यह निष्कर्ष पर पहुंची है.
डीआइजी ने मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए कहा कि छात्रा ने खुद को अलग-अलग रस्सी के टुकड़े का इस्तेमाल कर बांधा था. लेकिन इसके आगे भी जांच अभी जारी है. बताया जा रहा है कि पुलिस के जांच में यह बात सामने आ चुकी है कि छात्रा डिप्रेशन में थी. उसने आत्महत्या करने से पहले आत्महत्या करने के सभी तरीके का गहन चिंतन किया था. छात्रा ने अपने हॉस्टल से निकलने से पहले सर्च किया था कि कहां-कहां पर पानी है.
गौरतलब है कि रामगढ़ जिले के पतरातू डैम क्षेत्र में छात्रा का शव तैरता हुआ बीते 12 जनवरी को सुबह के वक्त मिला था. मृतका के दोनों हाथ और पैर रस्सी से बंधे हुए थे.