Ranchi: झारखंड के प्रतिभाशाली युवाओं को ब्रिटेन और आयरलैंड के 110 विश्वविद्यालयों में स्कॉलरशिप पर मास्टर डिग्री कोर्स में पढ़ाई का मौका मिलेगा। इसके लिए झारखंड सरकार और ब्रिटिश हाई कमीशन के बीच मंगलवार को एमओयू हुआ। इस मौके पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्स एलिस भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मौके पर कहा कि सरकार की कोशिश है कि प्रतिभाशाली युवाओं को सक्षम बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
शेवनिंग-मरड़ गोमके जयपाल सिंह मुंडा स्कॉलरशिप नामक इस योजना के तहत हर साल अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक समुदाय के पांच युवा लाभान्वित होंगे। इसके लिए चुने जाने वाले युवाओं की विदेश में पढ़ाई का पूरा खर्च झारखंड सरकार एवं विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय ब्रिटिश उच्चायोग (एफसीडीओ) द्वारा संयुक्त रूप से किया जायेगा। युवाओं को शैक्षणिक शिक्षण शुल्क के साथ परीक्षा एवं थिसिस शुल्क, एकल छात्र के लिए रहने के लिए पर्याप्त मासिक भत्ता, एक भत्ता पैकेज और निवास स्थान से स्वीकृत मार्ग के लिए विमान किराया आदि की सहायता प्रदान की जायेगी।
बताया गया कि स्कॉलरशिप के तहत सभी तरह का भुगतान भारत सरकार द्वारा अनुमोदित दिशा-निर्देश के आलोक में होगा।
इस साझा स्कॉलरशिप स्कीम से इतर हर साल न्यूनतम 10 और अधिकतम 25 युवाओं को झारखंड सरकार ब्रिटेन और आयरलैंड के 110 विश्वविद्यालयों में पीजी की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप देगी। इसके लिए प्रति वर्ष अनुसूचित जनजाति के अधिकतम 10, अनुसूचित जाति के 05, अल्पसंख्यक के 03 एवं पिछड़ा वर्ग के अधिकतम 07 प्रतिभावान युवाओं का चयन किया जायेगा। इस वर्ष इस स्कॉलरशिप के लिए आगामी एक नवंबर तक आवेदन आमंत्रित किये गये हैं।