धनबाद।
न्यूनतम किराया 10 रुपए सहित अन्य मांगों के समर्थन में जिले के करीब 15 हजार ऑटो चालक बुधवार को भी हड़ताल पर रहे।
ऑटो चालकों का कहना है कि दो साल पहले न्यूनतम किराया छह रुपए लागू हुआ था। लेकिन यात्री 5 रुपए ही देते थे। इतने दिनों में महंगाई में काफी वृद्धि हुई है। गाड़ी चला कर वे वाहन का किस्त भरें या परिवार का पेट। ऑटो चालकों का कहना है कि किराए में हर हाल में वृद्धि होनी चाहिए। ऑटो चालकों ने न्यूनतम किराया 10 रुपए और अन्य जगहो के किराए में 50 प्रतिशत वृद्धि की मांग की है।
इधर, एसडीएम सुरेंद्र कुमार का कहना है कि कोरोना महामारी में लॉकडाउन के कारण आम व खास सभी की आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई है। ऐसी स्थिति में भाड़ा बढ़ाकर उनके ऊपर अतिरिक्त बोझ देना उचित नहीं है। ऑटो यूनियन से अपील है कि जनहित में हड़ताल समाप्ति कर सुचारू रूप से ऑटो चलाएं। नागरिक सुविधा को बाधित नहीं करें।
वही, ऑटो चालकों की हड़ताल के कारण दो दिनों से शहर की रफ्तार थम गई है। सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को हुई, जो ट्रेन या बस से धनबाद पहुंचे। धनबाद पहुंचने के बाद उन्हें आगे के सफर के लिए ऑटो नहीं मिला। ऑटो के नहीं चलने से लोगों को पैदल सफर तय करने को मजबूर होना पड़ा।