देवघर।
सूचना भवन सभागार में उप विकास आयुक्त शैलेन्द्र कुमार लाल की अध्यक्षता में राजनीति पार्टी के प्रतिनिधियों के साथ एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान सुविधा एप्प, बूथ एप्प से जुड़ी विस्तृत जानकारी सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को दी गयी।
कार्यशाला के दौरान उप विकास आयुक्त ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में अब रैली व आम सभा के लिए ’’पहले आओ, पहले पाओ’’ के तर्ज पर रैली और आम सभा करने की अनुमति राजनीतिक दलों को मिलेगी। चुनाव को अत्याधुनिक करने और पक्षपात के आरोपों से बचने के लिए निर्वाचन आयोग के द्वारा सुविधा एप्प को लाया गया है।
इसके अलावे कार्यशाला के दौरान सुवधिा एप्प से जुड़ी विभिन्न जानकारियों के साथ प्रशिक्षकों द्वारा सुविधा एप्प को सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के फोन में डाउनलोड कराया गया। साथ हीं एप्प के उपयोगिता की जानकारी दी गयी। प्रशिक्षण के दौरान उप विकास आयुक्त द्वारा बतलाया गया कि एप्प के माध्यम से आप सभी विधानसभा चुनाव, 2019 में उम्मीद्वार व राजनीति दल के कार्यकर्ता रैली, सभा रोड, शो, नुक्कड़ नाटक, वाहन, जुलूस आदि की अनुमति लेने के लिए सुविधा एप्प पर आवेदन कर सकते है। इसमें जहां उम्मीद्वार व पार्टी कार्यकताओं को समय की बचत रहेगी, वहीं दौड़ भाग से भी निजात मिलेगी। यह सुविधा पूर्व की तरह पहले आओ, पहले पाओ के हिसाब से दी जायेगी।
इस आवेदन प्रक्रिया में पहले आने वाले का समय एवं दिनांक पूर्व निर्धारित रहेगा, इस आधार पर पहले आने वाले दल को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा। कार्यक्रम की अनुमति प्राप्त करने हेतु 24 घंटे पहले आवेदन देना आवश्यक होगा।
■ सुविधा एप्प के उपयोग से नहीं लगेंगे आरोप
चुनाव के दौरान सत्ताधारी दल को प्राथमिकता दिए जाने के आरोप लगते रहे हैं। लेकिन इस एप के द्वारा आवेदन करने पर चाह कर भी रिटर्निंग अधिकारी देर से आवेदन करने वाले को लाभ नहीं पहुंचा पाएगा। यह एप रेंडमली काम करता है। जिसके चलते यह खुद ही अपना समय एवं दिनांक डिस्प्ले करेगा।
■ इसके अलावा कार्यशाला के दौरान बूथ एप्प से जुड़ी विस्तृत जानकारी राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों को दी गयी
कार्यशाला के दौरान बूथ एप्प से जुड़ी विभिन्न जानकारियों के साथ बतलाया गया कि सभी बूथों पर बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के द्वारा मतदाताओं को क्यूआर कोड युक्त फोटो वोटर्स स्लिप वितरित किए जाएंगे। मतदाता जब इस वोटर्स स्लिप के साथ मतदान केंद्र पर वोट देने जायेंगे, तब वहां पर बीएलओ के द्वारा फोटो वोटर्स स्लिप के क्यूआर कोड का स्कैन किया जाएगा। इससे मतदाता से संबंधित जानकारियां प्राप्त हो जाएगी एवं उन्हें एक क्यू टोकन नंबर (क्यूटीएन) उपलब्ध करा दिया जाएगा। मतदाता इसी क्यूटीएन के अनुसार अपनी बारी आने पर वोट डाल सकेंगे।
इसके अलावे मतदान के दिन बूथों पर मतदान प्रतिशत की जानकारी इस एप्प के जरिए रियल टाइम में मिल जाएगी। इससे यह भी आसानी से पता चल जाएगा कि कितने पुरुष और कितनी महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
इस एप्प की यह भी खासियत है कि इसके माध्यम से मतदान के दिन रियल टाइम में मतदान से संबंधित अद्यतन जानकारी निर्वाची पदाधिकारी (आरओ), जिला निर्वाचन पदाधिकारी (डीईओ) और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) के डैश बोर्ड पर उपलब्ध रहेगा।
बूथ एप्प के माध्यम से मतदान केंद्रों में मतदाताओं की पहचान आसानी से की जा सकेगी। निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने में यह एप्प बेहद कारगर साबित होगा। इसका इस्तेमाल भी काफी सरल और सुविधाजनक है। यह एप्प मतदानकर्मियों के लिए भी काफी सुविधाजनक है। इससे उन्हें मतदान से जुड़े कार्यों को संपादित करने में काफी सहूलियत होगी। इसके जरिए प्रतिवेदन को रियल टाइम में भेजा जा सकता है, वहीं पीठासीन पदाधिकारी द्वारा भी डायरी ऑनलाइन अपलोड किया जा सकता है। इसके साथ वोटर्स टर्नआउट से जुड़े डेटा भी रियल टाइम में उपलब्ध होंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपरोक्त के अलावे डीआरडीए निदेशक नयनतारा केरकेट्टा, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी ए0बी0 राॅय, डीडब्ल्यूओ अजय बड़ाईक, ई-डिस्ट्रीक्ट प्रबंधक सत्यम् प्रकाश एवं विभिन्न राजनीतिक दल के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।