देवघर।
कृषि कानून लागू करके केंद्र सरकार देश के किसानों को 21वीं सदी में ले जाना चाहती है. लेकिन विपक्ष है कि अभी भी किसानों को 19वीं-20वीं सदी में ही देखना चाहती है. ये बातें बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने देवघर परिसदन में प्रेस वार्ता के दौरान कही.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कृषि बिल का विरोध विपक्ष सिर्फ राजनीति चमकाने के लिए कर रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड में सरकार किसानों के लिए कुछ नहीं कर रही है. फरवरी और मार्च तक धान की खरीददारी की बात वित्त मंत्री ने कही है, लेकिन इसकी चिंता ये लोग नहीं कर रहे हैं.
बाबूलाल ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है. गृह और भूराजस्व विभाग मुल्ह्य्मंत्री के ही पास है. और इन्हीं दोनों विभागों की स्थिति बद्दतर है तो अन्य विभागों का क्या हाल होगा, आप समझ सकते हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में थाना से लेकर अंचल तक बिना पैसा दिये काम नहीं होता है. यहां कानून व्यवस्था की स्थिति बद्दतर हो गयी है. एक और जहां देश के अन्य राज्य में कोरोना काल में क्राइम घटा है. वही झारखंड में काफी बढ़ गया है. बहु-बेटियां राज्य में सुरक्षित नहीं हैं. भाजपा के शासन काल में उग्रवादी और अपराधियों ने झारखंड छोड़ दिया था. लेकिन जैसे ही यूपीए की सरकार बनी, फिर से सभी उग्रवादी और अपराधी झारखंड लौट आये हैं और अपराध बढ़ा है.
बाबूलाल ने ये भी कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव नहीं कराना राज्य सरकार की नाकामी है. अब एक पत्र जारी हो गया है कि गांव की सरकार का पावर सीज और अधिकारी राज हो जायेगा. जबकि सरकार चाहे तो एक्सटेंशन दे सकती है, लेकिन ये नहीं हो रहा. बाबूलाल ने सरकार से मांग की कि जो लेटर जारी हुआ है उसे निरस्त करें और चुनाव होने तक गांव की सरकार से ही काम करवायें.