Jamui: बिहार में एक बार फिर सरेआम अपहरण की वारदात को अंजाम देकर बदमाशों ने पुलिस की हनक को खुलेआम चुनौती दी है।
जमुई के लक्ष्मीपुर थाना इलाके के सिंधिया गांव निवासी एक युवक को सरेआम उस वक्त अगवा कर लिया गया। जब वह इंटर की परीक्षा देकर अपने घर वापस लौट रहा था। इधर अपने बेटे की वापसी का इंतज़ार कर रहे परिजनों को इस बात की जानकारी तब हुई जब, अपहरणकर्ताओं ने नीतीश कुमार के मोबाइल से ही उसके परिजनों को कॉल कर दस लाख के फ़िरौती देकर बेटे के ले जाने की बात कही।
उधर बच्चे के अपहरण की सूचना मिलते ही परिवार वालों के द्वारा लक्ष्मीपुर थाना में मामला दर्ज करके जानकारी दे दी गई है। अपहृत युवक का नाम नीतीश कुमार पिता का नाम सुरेश यादव है। नीतीश का अपहरण मंगलवार के दिन उस समय हो गया।जब वह इंटर की परीक्षा देकर जमुई से घर सिंघिया आ रहा था।
बताया जा रहा है कि, अपराधी पूर्व से मलयपुर में बाइक लगाकर बैठा हुआ था। जब नीतीश मलयपुर पहुंच तो अपराधी बाइक पर यह कहकर बैठा लिया कि हम भी सिंघिया जा रहे हैं। बाइक जैसे ही खादी ग्राम पहुंचा बाइक चालक जंगल की ओर चला गया। जंगल पहुंचने के बाद अपराधी ने नीतीश के मोबाइल से घर वाले से बात की और दस लाख रुपया देने की बात कही।
फिलहाल, पीड़ित परिवार ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व लक्ष्मीपुर थाना में एक आवेदन दिया था।जिसमें अपराधी द्वारा रंगदारी मांगने ,नहीं देने पर जान मारने की धमकी देने का उल्लेख किया गया था। लेकिन उसपर किसी तरह की कार्यवाई अबतक नहीं की गयी है।
बहरहाल, परिजनों के आरोप और खूलेआम हुई अपहरण की इस घटना ने जमुई पुलिस समेत सुशासन सरकार की कलई खोल कर रख दी है।