Deoghar: देवघर थाना पुलिस ने यात्रियों को झांसा देकर गाड़ी में बैठाकर लूटपाट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस एैसे अपराध को अंजाम देने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के सात सदस्य को गिरफ्तार कर पुछताछ के बाद जेल भेज दिया। बताया जाता है कि सभी अपराधी नगर थाना के जलसार इलाके में स्थित एक होटल में ठहरते थे। पुलिस तकनिकि अनुसंधान के सहारे उक्त गिरोह के सदस्य को होटल से दाबोचा। उनके पास से पुलिस ने एक कार को भी बरामद किया है।
बताते चलें कि उक्त गिरोह के द्वारा जसीडीह स्टेशन पर उतरने वाले भोले- भाले यात्रियों को झांसे में लेकर अपने वाहन में बैठा लेते थे और नगर थाना इलाके में आकर लूटपाट कर उतारकर फरार हो जाते थे। इस तरह की कई घटना को अंजाम इस गिरोह के द्वारा दिया जा चुका था। उसके बाद से ही देवघर पुलिस इन्हें दबोचने में लगी थी
ये गये जेल
जेल जाने वाले अपराधियों में बिशुन पासवान, सुबोध कुमार साकिल बेलसर थाना नूरसराय जिला नालंदा, लल्लू कुमार, प्रलाद्य कुमार सोनी साकिन नैली थाना चंडी जिला नालंदा, रामजी कुमार साकिन रामनगर थाना अमहरा जिला लखीसराय, गोपाल पासवान साकिन तुफानगंज जिला नालंदा, अखिलेश कुमार साकिन चंपानगर थाना बख्तयारपुर जिला पटना के नाम शामिल हैं।
गिरफ्तार सभी बदमाशों को नगर थाना कांड संख्या 197/23 के मामले में जेल भेजा गया। यह मामला 27 अप्रैल 2023 को मुंगेर जिला के धौराया निवासी प्रमोद कुमार सिंह ने दर्ज कराया था। मामले में कहा था कि वह रायगढ़ के एक कोलियरी में वह ठेकेदार के अंदर काम करता है। वह कई माह बाद घर लौट रहा था। जसीडीह स्टेशन से बाहर निकलने पर उसे एक अज्ञात व्यक्ति मिला। उसने खुद को असरगंज ब्लॉक का कर्मचारी बताते हुए अपना नाम राकेश कुमार कहा। उसने उसके भाई, भतीजे व उसके पंचायत के मुखिया का नाम बताते हुए विश्वास में ले लिया और प्रमोद से कहा कि 10 लाख रुपये लेकर गाड़ी से असरगंज जाना है। साथ में प्रमोद को अपनी गाड़ी में ले जाने की बात कही। जसीडीह से देवघर पहुंचने पर उससे बैग जांच करने की मांगते हुए कहा कि शराब आदि तो नहीं हैं। उस दौरान बैग में रखे प्रमोद के मोबाइल सहित नकद 2000 रुपये, पिन सहित तीन डेबिट कार्ड ले लिये। बैंक से 10 लाख रुपये की निकासी कर लौटने की बात कहते हुए प्रमोद को उसने देवघर में एक अस्पताल के पास गाड़ी से उतार दिया। काफी देर होने पर नहीं लौटा तो प्रमोद को ठगी का अहसास हुआ। प्रमोद ने पुलिस की मदद से एक डेबिट कार्ड लॉक कराया और उससे 13,500 रुपये की निकासी का पता चला। प्रमोद ने कहा कि उसके अन्य दोनों डेबिट कार्ड में भी कुछ पैसे हैं। मामले को लेकर प्रमोद ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी। घटना के बाद से ही नगर पुलिस उक्त गैंग के सदस्य को दबोचने में जुटी थी।