

Jasidih (Deoghar): देवघर के रोहिणी रेलवे फाटक (Railway Crossing) के पास अधिग्रहित जमीन को खाली कराने पहुंची टीम को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध बढ़ता देख टीम बैरंग लौट गयी।


रोहिणी रेलवे फाटक के पास आरओबी (ROB) निर्माण के लिए अधिग्रहित जमीन को खाली कराने प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी सह सीओ मोतीलाल हेंब्रम और पुलिस पदाधिकारी पहुंचे थे। जो विस्थापित परिवार के भारी विरोध के कारण बैरंग वापस लौटने पर मजबूर हो गए।

जानकारी के अनुसार तीन साल पूर्व रेलवे ओवर ब्रिज बनाने को लेकर जिला प्रशासन की ओर से लगभग तीन एकड़ तेरह डिसमिल जमीन अधिग्रहित किया गया था। इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से कुछ विस्थापित परिवारों को मुआवजा की राशि उपलब्ध करा दी गई थी। जबकि लगभग दस परिवार को आज तक मुआवजा की राशि नहीं मिल पायी है।

अनुमंडलाधिकारी के आदेश पर मंगलवार को प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सह देवघर सीओ, कार्यपालक दंडाधिकारी ,अंचल निरीक्षक पूरी टीम के साथ जमीन खाली कराने पहुंचे। इसी दौरान विस्थापित परिवार व आसपास के दर्जनों ग्रामीण जुट कर पदाधिकारी से मुआवजा की मांग करने लगे।
विस्थापितों ने मांग की कि जिला प्रशासन विस्थापित परिवारों को सरकार के विस्थापित नीति के तहत बसाने का काम करते हुए मुआवजा राशि दे। मुआवजा राशि मिलने के बाद वह खुद ही जमीं खाली कर दूसरे स्थान पर चले जाऐंगे। अपनी मांगों पर अड़े विस्थापित परिवारों ने काम रोक दिया। लोगों के विरोध को देख जिला प्रशासन की टीम वापस लौट गयी।
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