Saraikela: सरायकेला जिला पुलिस ने एनआईटी के एक पूर्व छात्र डिजिटल मार्केटिंग करने वाले युवक के अपहरण के एक मामले को विफल कर दिया है। घटना बीते गुरुवार देर शाम की है। करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जिले के आदित्यपुर, गम्हरिया और आरआईटी तीन थानों की पुलिस ने युवक के अपहरण का प्रयास विफल कर दिया।
एसपी आनंद प्रकाश ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि आदित्यपुर थाना अंतर्गत आरआईटी के गोकुल नगर सोसायटी के रहने वाले सुमित राज को एमडी हसन नामक युवक ने फोन कर आरआईटी मोड़ पर बुलाया। अपने एक साथी अरविंद के साथ जब सुमित आरआईटी मोड़ पहुंचा तो वहां हसन पहले से ही मौजूद था। वहां हसन ने अपने पांच अन्य साथियों के सहयोग से जबरन एक आईटेन कार में जबरन हथियार के बल पर उसे बैठा लिया और उसके चेहरे को ढक दिया। उसके बाद सुमित को किसी अज्ञात स्थान पर ले गए। इस दौरान अपराधियों ने सुमित से अपने वैसे रिश्तेदार का नंबर देने की बात कही जो दस लाख रुपए बतौर फिरौती उन्हें तत्काल दे सके, अन्यथा जान से मार देने की धमकी दी गई।
सुमित ने अपनी पत्नी और अपने दोस्त अरविंद का नंबर अपहर्ताओं को दिया। अरविंद घटना के बाद सुमित की पत्नी को लेकर आदित्यपुर थाने पहुंचा। इस बीच बार-बार अपहर्ताओं का फोन आता देख थाना प्रभारी राजन कुमार हरकत में आए और तत्काल इसकी सूचना एसडीपीओ हरविंदर सिंह एवं एसपी आनंद प्रकाश को दिया। एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में तत्काल एक टीम का गठन कर अपहर्ताओं की खोज शुरू किया गया।
करीब पांच घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने गम्हरिया के अर्का जैन यूनिवर्सिटी मार्ग के समीप सुनसान जगह से आईटेन कार बरामद किया। पुलिस के आने की भनक लगते ही अपहर्ता भाग निकले। इधर, मौका पाकर सुमित भी रात के अंधेरे में किसी तरह कार से उतरकर भाग निकला। मुख्य सड़क पर आते ही सुमित की नजर उसे ढूंढ रही पुलिस पर पड़ी तो उसने राहत की सांस ली। उसके बाद सुमित को साथ लेकर पूरी रात अपहर्ताओं की तलाश की गई पर उनका कोई सुराग नहीं मिला।
इस पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड पटना का रहने वाला सुदर्शन है, जो सुमित को पहले से ही जानता था। सुदर्शन ने हसन एवं कुछ स्थानीय अपराधियों के साथ मिलकर सुमित के अपहरण की योजना बनाई जिसे समय रहते पुलिस ने विफल कर दिया। (HS)