New Delhi: अति पिछड़े संथाल परगना में शिक्षा का विकास ही एकमात्र जरिया है, जिससे इस इलाके की बड़ी समस्या नक्सलवाद, विस्थापन और पलायन से मुक़ाबला किया जा सकता है। ये कहना है गोड्डा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे (Godda MP Dr. Nishikant Dubey) का। जिन्होंने बुधवार को सदन के पटल पर संथाल परगना के विकास के लिए इस क्षेत्र में शिक्षा का विकास जरुरी बताया और तीन केंद्रीय विद्यालयों (Central Schools) की मांग रखी।
अपनी मांग रखते हुए सांसद ने कहा कि इस क्षेत्र में फैली गरीबी, अज्ञानता, स्कूलों की खराब दशा और बच्चों का स्कूल छोड़ने जैसे हालात के मद्देनजर केंद्रीय विद्यालय की आवश्यकता संथाल परगना को है। उन्होंने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से देवघर जिला के देवघर प्रखंड, दुमका के जरमुंडी प्रखंड और गोड्डा के महगामा प्रखंड में केंद्रीय स्कूल की स्थापना को लेकर आग्रह किया।