Ranchi: झारखंड में कांग्रेस के दो विधायकों प्रदीप यादव और जयमंगल सिंह (Pradeep Yadav and Jaimangal Singh, two Congress MLAs in Jharkhand) सहित एक दर्जन से भी ज्यादा कारोबारियों-ठेकेदारों-बिल्डरों के 55 से भी ज्यादा ठिकानों (More than 55 locations of traders-contractors-builders) पर आयकर की छापेमारी (income tax raid) शनिवार को दूसरे दिन भी जारी है।
दोनों विधायकों के करीबियों के ठिकानों से करोड़ों की नगद राशि बरामद किए जाने की खबर है। आयकर विभाग ने जब्त नोटों की गिनती के लिए बैंकर्स की टीमों को बुलाया है। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग ने विधायकों की करोड़ों की कमाई से जुड़े कई दस्तावेज भी बरामद किए हैं। हालांकि आयकर की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
सूत्रों के अनुसार 30 घंटे से भी ज्यादा वक्त से जारी छापेमारी में आयकर विभाग को कोयला-लोहा-बालू के कारोबार, सरकारी योजनाओं में ठेकेदारी, आउटसोसिर्ंग कंपनियों के संचालन से जुड़े 200 से भी ज्यादा ऐसे दस्तावेज हासिल हुए हैं, जिससे करोड़ों की टैक्स चोरी का पता चला है। इसके अलावा बड़ी संख्या में नामी-बेनामी चल-अचल प्रॉपर्टी की भी जानकारी मिली है। आयकर छापामारी में दो सौ से भी ज्यादा अफसर-कर्मी लगे हैं। जिन जगहों पर छापामारी हो रही है, वहां भारी संख्या में सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गई है।
बेरमो के विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के ढोरी स्थित आवास में छापामारी में सबसे बड़ी टीम लगी है। विधायक जयमंगल सिंह, उनके भाई कुमार गौरव और मां रानी सिंह का कहना है कि उनके आवास से आयकर टीम को अब तक ऐसा कुछ भी हाथ नहीं लगा है, जिससे यह साबित हो कि उन्होंने अपनी आय छिपाने की कोशिश की है। वैसे, विधायक के करीबी और रिश्तेदार कोयला व्यवसायी अजय सिंह के घर से करोड़ों की रकम की बरामदगी की खबर मिली है। यहां नोटों की गिनती चल रही है।
गोड्डा में कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव के करीबी बताए जाने वाले ठेकेदार श्याम सुंदर यादव के ठिकानों से बड़ी नकदी की बरामदगी की बात कही जा रही है। दुमका में ठेकेदार सह नगर परिषद के उपाध्?यक्ष विनोद कुमार लाल, बोकारो के जरीडीह में कांग्रेस नेता सह ठेकेदार सरदार कुलदीप सिंह उर्फ लकी सिंह, रामगढ़ के पतरातू में कोयला व्यापारी गजानंद साहु, चाईबासा में शाह ब्रदर्स और लार्डस इंफ्रा, चतरा के टंडवा में कोयला व्यवसायी कैलाश वर्मा के ठिकानों पर भी आयकर के अफसर लगातार दस्तावेज से लेकर चल-अचल संपत्ति के ब्योरे खंगाल रहे हैं।