Deoghar: देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को शिवभक्त कावंरियों की पीड़ा और आपबीती में राजनीति दिख रही है। ये बातें झारखंड बीजेपी प्रतिपक्ष नेता बाबूलाल मरांडी ने उस वीडियो को लेकर कहा है। जो देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री और एक कांवरिया के बीच बातचीत का है।
वायरल वीडियो पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने प्रतिकिया देते हुए डीसी मंजूनाथ के उस जवाब को अमर्यादित बताया है जो कांवरिया को डीसी द्वारा दिया जा रहा है। दरअसल, वीडियो में बड़े ही प्यार से एक कांवरिया के कंधे पर हाथ रख उससे बातचीत करते हुए देवघर डीसी आगे बढ़ रहे हैं। कांवरिया जिले के आलाकमान को अपनी पीड़ा बता रहा कि कांवर यात्रा के दौरान बिहार तक तो कोई परेशानी नहीं हुई लेकिन झारखंड घुसते ही यात्रा कष्टदायक रही।
वीडियो में कांवरिया के अनुसार झारखंड घुसते ही बाबाधाम तक 10-12 किलोमीटर की यात्रा में काफी थकान होती है और रास्ते मे वो घायल भी हो जाते हैं। जिसपर डीसी पहला सवाल करते हैं कि आप कहाँ से हैं। कांवरिया और उनके साथी छपरा जिला जवाब देते हैं कि तभी डीसी साहब दूसरा सवाल कर जाते हैं कि आप कौन सी पार्टी से हैं। वीडियो में ये भी साफ है कि राजनीतिक दलों से जुड़े रहने की बात पर कांवरियों द्वारा इंकार करने पर देवघर डीसी कहते हैं कि राजनीति छोड़ दीजिए वहां अच्छे काम हुए हैं। बस इसी शब्द पर झारखण्ड में विपक्ष की राजनीति पार्टी को आपत्ति है। और सीधा सवाल सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन से किया जा रहा है।
इस वीडियो को ट्वीट करते हुए बाबूलाल लिखते हैं “बाबा धाम आने वाले शिव भक्त कांवरियों की व्यथा पर वहाँ के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की यह राजनैतिक अमर्यादित भाषा हैरान करने वाला है। यह उपायुक्त शुरू से विवादास्पद रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, इन्हें नौकरी से इस्तीफ़ा दिलवाकर अपने दल का कार्यकारी अध्यक्ष बना दीजिये।”
वहीं, एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है “देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को शिवभक्त कावंरियों की पीड़ा और आपबीती में राजनीति दिख रही है।ऐसे अधिकारियों के कारण नौकरशाही की बदनामी होती है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी इन्हें निलंबित कर कठोर कार्रवाई करिये।”