Deoghar: देवघर में त्रिकुट पर्वत पर रोप-वे हादसे का मंगलवार को तीसरा दिन है। तीसरे दिन तीन घंटे के ऑपरेशन में 14 लोगों मे से 10 काे निकाल लिया गया है। अब सिर्फ एक ट्रॉली में 4 लोग रेस्क्यू के लिए रह गए हैं। ऊंचाई होने की वजह से ये सबसे मुश्किल रेस्क्यू है। दो दिनों में 43 लोगो का रेस्क्यू किया गया है।
सोमवार शाम को एक जवान ट्रॉली में रह गया था, जिसे सुबह निकाला गया। सेना, वायुसेना, आईटीबीपी और NDRF की टीमों ने सोमवार को 12 घंटे के ऑपरेशन के बाद 33 लोगों को तीन हेलिकॉप्टर और रस्सी के सहारे बचाया गया था। रेस्क्यू के दौरान सेफ्टी बेल्ट टूट जाने के कारण एक व्यक्ति की हेलिकॉप्टर से नीचे गिर कर मौत हो गई। अंधेरा और कोहरा हो जाने की वजह से सोमवार को ऑपरेशन बंद कर दिया गया था। अब तक कुल दो लोगों की मौत हुई है। 12 लोग घायल हैं। जिनका इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। इसमें महिलाएं और बच्चियां शामिल हैं। कुछ घायलों को आईसीयू में भी रखा गया है।
वायु सेना, सेना और एनडीआरएफ की टीम अतिरिक्त सतर्कता बरत रही हैं। टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि तीन ट्रॉली सबसे ऊंचाई पर हैं। लिहाजा इनमें से लोगों को बाहर निकालने के लिए काफी योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है। रोप-वे के तार के कारण लोगों तक पहुंचने में कठिनाई आ रही है।