Deoghar: देवघर कोर्ट (Deoghar Court) परिसर स्थित वकालतखाना में शनिवार को उस वक़्त पुलिस बुलानी पड़ी जब लोक अदालत में समझौते के लिए बुलाये गए दम्पति में पत्नी अपने पति को चप्पल से मारने लगी।
दरअसल, देवघर DLSA में एक सप्ताह पहले ही पति-पत्नी के बीच हुए विवाद में दोनों को एक साथ रहने का समझौता मध्यस्थ मुकेश कुमार पाठक अधिवक्ता और अन्य अधिवक्तागण की उपस्थिति में सम्पन्न हो चूका था। शनिवार को लोक अदालत में दोंनो पक्षों को बुलाया गया था। जहां मुकदमा समाप्त होना था। लेकिन लड़की नहीं चाहती थी कि मुकदमा अभी समाप्त हो इसलिए वह क्रोधित होकर अपने पति को कचहरी परिसर में पीटने लगी। इतना ही नहीं लड़के के पिता व अन्य परिजनों के साथ भी लड़की पक्ष वालों ने मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान पिटाई से बचने के लिए युवक वकालत खाना के अंदर अपने वकील के टेबल तक पहुंच गया। जिसके पीछे-पीछे लड़की भी पहुँच गयी।
बुलानी पड़ी पुलिस
वकालतखाना में जमकर लड़की ने हंगामा किया। बार-बार वहां मौजूद अधिवक्ता लड़की को समझाने की कोशिश करते रहे और बाहर जाने को कहा लेकिन वो नहीं मानी और वहां भी लड़के पर दो-चार चप्पल चला दिए। हंगामा के कारण हाल नम्बर 5 में कामकाज बाधित रहा। बाद में अधिवक्ता द्वारा एसपी को फोन किया गया। एसपी के आदेशानुसार नगर थाना प्रभारी और महिला थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और लड़की व उसके पिता को अपने साथ ले गए। हालाँकि बाद में दोनों को दोबारा कोर्ट परिसर में हंगामा न करने की चेतावनी देकर पीआर बांड पर छोड़ दिया गया।
परेशान रहे अधिवक्ता
लेकिन, इस हंगामे के बीच अधिवक्ता परेशान रहे। वरीय अधिवक्ता अशोक राय ने कहा कि आज के हंगामे के बीच हमारा काम पूरी तरह बाधित हो गया। उन्होंने कहा कि ये पहली बार भी नहीं है ऐसा आये दिन होता है और लोग वकालत खाना के अंदर आकर हंगामा करने लगते हैं। जिससे विधिक कार्य में बाधा आती है। इसपर रोक लगाने की जरूरत है।