Dumka: जिले के नक्सल प्रभावित गोपीकांदर प्रखंड के खरौनी बाजार पंचायत अंतर्गत नामोडीह गांव के पहाड़िया टोला के पहाड़िया जाति के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। गांव में तीन चापाकल है लेकिन तीनों चार साल से चापाकल खराब पड़ा है और एक कुंआँ है वह भी सुख चुका है।
दो साल से खराब पड़ा है जलमीनार
सरकार के द्वारा एक जलमीनार बनाया गया है। लेकिन वह भी दो साल से खराब पड़ा हुआ है कोई सुध लेने वाला नहीं है। नामोडीह गांव के पहाड़िया लोगो के लिए पानी एक गंभीर समस्या बनी हुई है।
खरौनी बाजार पंचायत के पूर्व मुखिया दुर्गा देहरी ने बताया कि पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल संख्या 01, सोलर संचालित दुमका के द्वारा निर्मित यह जलमीनार दो साल से खराब पड़ा हुआ है। इस विषय पर कई बार स्थानीय पंचायत सचिव एवं संबंधित विभाग को कई बार लिखित आवेदन देकर जलमीनार मरम्मत की गुहार लगाई गई। लेकिन दो साल बीत जाने के वावजूद भी अब तक किसी ने कोई पहल नहीं की।
ग्रामीण शान्ति देवी ने बताया कि जलमीनार खराब होने के कारण वे लोग डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित जोड़ियां का गन्दा पानी लाकर अपनी प्यास बुझाते हैं। कोई भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।
बता दें कि दो साल पहले मोटर की चोरी हो गई थी। तभी से लेकर अभी यह जलमीनार खराब पड़ा है। (HS)