Deoghar: स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (state Bank of India) के एसएमई शाखा बरमसिया, देवघर में स्टेट बैंक द्वारा संप चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज देवघर (SP Chamber Of Commerce And Industries, Deoghar) के साथ उद्योग एवं व्यवसाय में बैंकिंग से संबंधित मुद्दों पर बैठक की गई।
बैठक में एसबीआई द्वारा ऋण एवं चालू खाता में दी जा रही डिजिटल सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बैंक अधिकारीयों ने बताया कि अब उद्योग एवं व्यवसाय को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ाने में अत्यंत लाभ है।
सहायक महाप्रबंधक चमन कुमार ने चैम्बर को बताया कि यह बैठक बैंक और व्यवसायियों के बीच बेहतर रिलेशनशिप बनाने के उद्देश्य से बुलाई गई है और हम देवघर के व्यवसायियों को एक बेहतर फीलिंग्स के साथ ऋण, कैश क्रेडिट एवं बैंकिंग सुविधाएं देना चाहते हैं। लगभग 7-8 माह पूर्व देवघर में व्यवसायियों और उद्यमियों के लिए एसएमई शाखा का संचालन शुरू किया गया है जहां से आप सीधे बैंक ऋण आदि सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं और यहां सामान्य शाखाओं के विपरीत अपेक्षाकृत कम भीड़-भाड़ का माहौल मिलेगा।
चैम्बर ने बैठक में बताया कि अब भी स्टेट बैंक में सुगम बैंकिंग की समस्या बनी हुई है और कागजातों तथा अन्य कॉम्पलिएन्सेस में काफी विलंब किया जाता है जिसके कारण व्यवसायियों को परेशानी होती है बल्कि वे अन्य बैंक की ओर रुख कर लेते हैं।
चैम्बर अध्यक्ष आलोक मल्लिक ने कहा कि स्टेट बैंक (State bank) को इन भ्रांतियों को दूर करना होगा और यूजर फ्रेंडली (user friendly) माहौल बनाना होगा। अध्यक्ष ने बैंक अधिकारियों के समक्ष लैण्ड मॉर्गेज में एलपीसी मांगने पर घोर आपत्ति व्यक्त किया। चैम्बर ने साफ शब्दों में कहा कि रजिस्टर्ड जमीन और म्युटेशन के बाद पार्टी से एलपीसी मांगना गैरजरूरी है। चैम्बर ने छोटे उद्योगों और पीएमईजीपी लोन पर फोकस करने की भी जरूरत बताई। जियाडा के औद्योगिक क्षेत्रों के उद्यमियों को भी लोन मुहैया कराने में लचीलापन रुख रखने की आवश्यकता बताया गया। नए उद्यमियों को कम से कम परेशानी हो तथा सरकार के स्कीम का अधिकतम लाभ दिलाने पर भी ध्यान दिए जाने की जरूरत बताई गयी।
चैम्बर ने बैंक अधिकारियों से कहा कि अगर उन्हें जरूरी लगे और उद्यमियों के शाख की जानकारी लेना हो तो वे चैम्बर का सहयोग मांग सकते हैं, लेकिन उनके फ़ाइल को अनावश्यक न विलंबित करें तथा ससमय क्रेडिट स्वीकृत अथवा अस्वीकृत करें।
बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीत कुमार सिंह और सचिव संजय मालवीय ने बिल्डर्स एवं डेवलपर्स की समस्याओं पर विस्तार से बात की और आवश्यक लैण्ड मॉर्गेज और पावर ऑफ एटॉर्नी एवं शेयर की बारीकियों पर चर्चा किया ताकि उन्हें लोन देने में एक स्वीकार्य नीति को फॉलो किया जा सके।
चैम्बर ने बैंक अधिकारीयों को सलाह दिया कि वे कुछ और नए, युवा और जानकर एडवोकेट्स एवं वैल्यूवर को इम्पेनल करें ताकि लीगल ओपिनियन आदि कामों में और सुगमता हो सके। बैंक अधिकारियों ने चैम्बर तथा उद्यमियों के साथ त्रैमासिक बैठक करने की इच्छा जाहिर की जिसपर चैम्बर ने कहा कि वे सहर्ष इसके लिए तैयार हैं। देवघर में बेहतर व्यवसाय और उद्यम का माहौल बनाने में चैम्बर बैंक के साथ कदम मिलाने को तैयार है।
बैठक में स्टेट बैंक की ओर से एसएमई सहायक महाप्रबंधक चमन कुमार, एसएमई शाखा के मुख्य प्रबंधक सुशील कुमार तथा रिलेशनशिप मैनेजर (चालू खाता) स्मिता अनुराग उपस्थित थे। वहीं चैम्बर की ओर से अध्यक्ष आलोक मल्लिक, महासचिव प्रमोद छावछरिया, उपाध्यक्ष संजय मालवीय एवं उमेश राजपाल, कोषाध्यक्ष दीपक सराइयाँ, बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीत कुमार सिंह, चैम्बर के कार्यकारिणी सदस्य संजय बंका, निरंजन कुमार सिंह, सदस्य बीरेन्द्र कुमार सिंह एवं संजय कुमार उपस्थित थे।