Ranchi: कोविड के बढ़ते रफ़्तार के बीच टीकाकरण को लेकर सरकार की गम्भीरता जताने और अपनी पीठ थपथपाने में मशगूल राज्य के स्वास्थ्य सह आपदा मंत्री ने एक ऐसा अनर्गल बयान दे डाला है जिसके बाद वह सीधे विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं।
राज्य की आबादी और अबतक हुए टीकाकरण को लेकर आंकड़ों के गणित में उलझे मंत्री जी ने खुद ही अपने मैथमेटिक्स के ज्ञान का मुजाहिरा पेश कर सरकार को बैकफुट पर ला खड़ा किया है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ट्वीट के ज़रिए अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से जानकारी देते हुए बताया है कि, झारखंड ने 3 करोड़ टीकाकरण के डोज का आंकड़ा पार कर लिया हैं।
अब सवाल यह खड़ा होता है कि, साल 2020 में सामने आए एक आंकड़े के मुताबिक, जब झारखंड की कुल आबादी ही अमूमन 3 करोड़ 79 लाख 37 के करीब थी तो फिर, उनमें 15 से 18 वर्ष आयु वाले बच्चों की संख्या कितनी है?. और अगर मंत्री जी का गणित सही और सटीक है तो फिर, राज्य में टीकाकरण को लेकर हालात भी सामान्य होने चाहिए।
अब आगे भी मंत्री जी के गणित की जादूगरी देख लीजिए, मंत्री बन्ना गुप्ता के मुताबिक, राज्य में 3 करोड़ 52 हजार 1 सौ 83 डोज(प्रथम और द्वितीय) मिलाकर हो गए हैं, इसमें प्रथम 1 करोड़ 86 लाख 81 हजार 4 सौ 12 एवं दूसरा डोज 1 करोड़ 13 लाख 70 हजार 7 सौ 71 हैं। यानी, अगर साल 2020 के सेंसस को ही नज़ीर मान लें तो, राज्य में 15 से 18 वर्ष और उससे नीचे बच्चो की आबादी महज़ 79 लाख से भी कम है।
गौरतलब हैं कि राज्य में 5 अगस्त 2021 को 1 करोड़ डोज, 24 अक्टूबर 2021 को 2 करोड़ डोज, 20 दिसंबर 2021 को 1 करोड़ लोगों को दोनों डोज और 3 जनवरी 2022 को 3 करोड़ डोज का टीकाकरण पूरा किए जाने का दावा किया गया है। हेल्थ मिनिस्टर के मुताबिक इन आंकड़ों को, सीमित संसाधन के बीच सरकार ने 11 माह और 17 दिन में प्राप्त किया है जबकि शुरुआत के दिनों में झारखंड को कम मात्रा में ही वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही थीं।