Deoghar: देवघर में बीते कुछ महीनों से काबू में चल कोरोना संक्रमण(Corona Infection) के आंकड़ों में अचानक हुई बढोत्तरी के बाद बाबानगरी में भी तेजी से फैल रहे तीसरी लहर का अलार्म बज चुका है. ताजा इनपुट के मुताबिक, देवघर के सिविल सर्जन दफ्तर के 4 कर्मी कोविड पोसिटिव (Covid Positive) पाए गए लिहाज़ा, सिवल सर्जन दफ्तर की तरफ फौरन चिट्ठी जारी कर अगले तीन दिनों के लिए दफ्तर बंद कर वर्क फ्रॉम होम के निर्देश जारी किए हैं।
वहीं, गुरुवार को जो आंकड़ा जारी किया गया है उनमें कुल संक्रमितों की संख्या भी 11 बताई गई है। कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) जिस तरह तेजी से अपने पैर पसार रहा है. उसे देखते हुए अब सरकार समेत आम जनता की भी सांसे फूलने लगी हैं. मुंबई से रफ्तार पकड़कर संक्रमण ने जैसे ही देश की राजधानी में दस्तक दी. खतरे का अलार्म बज उठा.
आलम यह है कि, कई राज्यों में ओमिक्रोन संक्रमण का आंकड़ा तीन अंक को पार कर चुका है और अब सबसे अधिक खतरा उन जगहों पर है जहां आस्था के सैलाब उमड़ता है. लोग हर खतरे को नजरअंदाज कर भगवान की भक्ति में डूबने पर आतुर रहते हैं और भक्ति के भवसागार में पूरे परिवार संग डुबकी लगाने चले जाते.
उन्हीं में एक जगह है देश के बारह ज्य़ोतिर्लिंगों में एक बाबा बैद्य़नाथ धाम. यानी देवों का घर देवघर. झारखंड की सांस्कृतिक राजधानी का दर्जा प्रप्त इस शहर में हर रोज हजारों लोगों का आना होता है. सभी का मकसद एक महादेव पर जलार्पण करना. लेकिन, तमाम थ्रेट के बावजूद इस शहर में नए खतरे से निपटनेन के लिए किए गए इंतजाम नाकाफी हैं.
एक आंकड़े के मुताबिक. देवघर जिले में पहले से ही कोविड टीकाकरण का कार्य अधूरा पड़ा है. ऐसे में नए खतरे और उससे निपटने को लेकर जो ऐहतियात बरतनें चाहिए. उसकी कमी साफ नजर आती है. सबसे बड़ा सवाल यह है कि, आखिर नई चुनौती से निपटेंगे कैसे?
एक अनुमान के मुताबिक, नए साल की शुरुआत में भोलेनाथ के भक्त बड़ी तादाद में अपनी बाबा मंदिर में जलार्पण करेंगे. आनेवाली भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी अपनी तरफ से तैयारियां की हैं. लेकिन, ओमिक्रोन संक्रमण को देखते हुए देवघर की आम जनता से लेकर आनेवाले श्रद्धालुओं के लिए भी खतरा बड़ा है. एक तरफ देश के कई राज्यों में मिनी लॉकडाउन जारी है.
यूजीसी ने भी देशभर के तमाम विश्वविद्यालयों को अपनी तरफ से ऐहतियाती कदम उठाने की नसीहत दी है. कुछ राज्यों में भीड़-भाड़ वाली जगह जैसे जिम, सिनेमाघर, स्विमिंग पुल और रेस्तराओं पर भी पाबंदी लाजमी कर दी गई है. नए साल के जश्न की तैयारियों के साथ ही ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने वाले आयोजकों को भी हिदायत दी गई है.
ऐसे में अब एक ही जगह ऐसी बची है जिसे लेकर न तो सरकार और न ही किसी जिम्मेदार की तरफ से किसी भी तरह के बयान जारी किए गए हैं और वह है धर्मस्थान, जो न सिर्फ रेड जोन में है बल्कि, संक्रमण के फैलाव का रेड अलर्ट भी है|