Ranchi: झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) पीटी परीक्षा के विरोध में लगभग 50 दिनों से मोरहाबादी के बापू वाटिका के समीप धरना पर बैठे अभ्यर्थियों को शुक्रवार की देर रात पुलिस ने जबरन हटा दिया। रात दो बजे के आसपास लालपुर थाना की पुलिस आमरण अनशन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर दो घंटे तक इधर-उधर घुमाते रहे। इसके बाद ओरमांझी थाना पहुंचा दिया। धरना पर 12 लोग बैठे हुए थे।
इसमें से एक आंदोलनकारी को लालपुर थाना लाया गया। हालांकि, शनिवार को मामला गरमाने के बाद पुलिस ने सभी अभ्यर्थियों को पीआर बांड भरवा कर छोड़ दिया। दूसरी ओर एसडीएम के आदेश से मोरहाबादी मैदान में धारा 144 लगा दी गई है। किसी भी प्रकार के धरना, प्रदर्शन और भीड़ पर रोक लगा दी गई है।
उल्लेखनीय कि जेपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र लगातार आंदोलन कर रहे हैं। कुछ अभ्यर्थी बापू वाटिका के समक्ष ही आमरण अनशन पर बैठे हुए थे।
आंदोलनकारियों ने बताया कि आधी रात अचानक पुलिस पहुंची और यहां से चलने को कहा। आंदोलनकारी सुबह तक रुक जाने की मिन्नते करते रहे लेकिन पुलिस कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। जब आंदोलनकारी धरना स्थल छोड़ने को राजी नहीं हुए तो जबरन सभी को पुलिस गाड़ी में बैठाया गया।
पुलिस के जवानों ने आंदोलनकारियों से मोबाइल छीनकर स्वीच ऑफ कर दिया। किसी से भी संपर्क करने की इजाजत नहीं दी। किसी को न बताने का भी नसीहत दिया।
पुलिस का तर्क धारा 144 लगने के बाद हुई कार्रवाई
पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में आंदोलनकारियों में उबाल देखा जा रहा है। जैसे-जैसे लोगों को पुलिसिया कार्रवाई की जानकारी हुई दोबारा मोरहाबादी मैदान में अभ्यर्थी जुटने लगे। लेकिन वहां से खदेड़ दिए गए। अभ्यर्थियों को जबरन हटाने के विषय पर पुलिस के वरीय अधिकारी कुछ भी नहीं कह पा रहे हैं।
बस यही कहा जा रहा है कि सुरक्षा कारणों से आंदोलनकारियों को हटाया गया है। यह भी तर्क दिया जा रहा है कि धारा 144 लागू होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है।