रांची: झारखंड के पारा शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने आश्वासन दिया है कि कोई भी पारा शिक्षक हटाए नहीं जाएंगे। वे बिहार की तर्ज पर झारखंड में नियोजित होंगे।
बीमार पड़ने के बाद ठीक होकर लौटे मंत्री जगरनाथ महतो शिक्षा विभाग का दोबारा प्रभार संभालते ही पारा शिक्षकों की समस्याओं को दूर करने में जुट गए हैं। पहली बैठक में जहां उन्होंने पारा शिक्षकों के लिए कल्याण कोष की समस्याओं का निदान किया तो अब नियमावली से जुड़ी त्रुटियों को दूर करने की बात हो रही है।
शनिवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने पारा शिक्षकों के साथ बैठक की। बैठक के बाद शिक्षकों व पदाधिकारियों की प्रतिक्रिया के आधार पर ऐसा माना जा रहा है कि झारखंड में भी बिहार में बनी पारा शिक्षक नियमावली के तर्ज पर निर्णय लिया जायेगा। हालांकि इस मसले पर एक और बैठक होगी। इसमें वेतनमान निर्धारण को लेकर विचार किया जायेगा।
जगरनाथ महतो ने बताया कि बिहार से नियामवली मंगा कर इसका अध्ययन भी किया जायेगा। एक बार फिर से मामले में बैठक बुलायी गयी है। जिसमे बिहार के तर्ज पर बनी नियामवली पर चर्चा की जाएगी।
बता दें कि राज्य में पारा शिक्षकों की कुल संख्या 65 हजार है। पिछले तीन साल से पारा शिक्षकों ने स्थायीकरण और वेतनमान को लेकर समय-समय पर आंदोलन कर रहे थे। पिछले साल मंत्री के बीमार पड़ने के बाद पारा शिक्षकों के संबध में कोई निर्णय नहीं लिया गया था। ठीक होकर मंत्री के राज्य लौटने के बाद पारा शिक्षकों के साथ ये पहली बैठक की गई है।
शनिवार की बैठक में प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ शैलेश चौरसिया और पारा शिक्षक के 8 प्रतिनिधि उपस्थित रहें।
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