रामगढ़: जिले के पतरातू रेलवे स्टेशन के पास एक रेल कर्मचारी की मौत की साजिश उसकी पत्नी नहीं रची थी। गुरुवार को इसका खुलासा बरकाकाना रेल पुलिस ने कर दिया है। जीआरपी डीएसपी संजीव कुमार बेसरा ने बताया कि रेलवे कर्मचारी रविंद्र सिंह की हत्या के पीछे उसकी पत्नी मीरा देवी, प्रेमी संदीप कुमार सिंह उर्फ गणेश सिंह तथा रोशन कुमार सिंह नामक व्यक्ति शामिल थे। उन सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
डीएसपी संजीव कुमार बेसरा ने बताया कि तीन जून की रात रोशन कुमार सिंह ने अपने मोबाइल से रविंद्र सिंह को फोन किया और उसे रेलवे ग्राउंड में बुलाया। उस वक्त फोन से संदीप सिंह उर्फ गणेश सिंह ने भी बात की थी। जब रविंद्र अपनी मोटरसाइकिल से वहां पहुंचे तो तीनों ने मिलकर जमकर शराब पी। इसी दौरान रविंद्र, रोशन और संदीप ने एक ही बाइक पर बैठकर रेलवे ग्राउंड का एक चक्कर भी लगाया। तीनों जब घर आने लगे तो रविंद्र सिंह ही अपनी बाइक चला रहे थे। साथ ही रोशन और संदीप उसके पीछे बैठे हुए थे। डीजल शेड के पास झाड़ियों में पहुंचते ही क्लच वायर से दोनों ने मिलकर रविंद्र सिंह का गला घोट दिया। इस दौरान रविंद्र की उनके साथ हाथापाई भी हुई। इसी बीच रोशन ने एक बड़े पत्थर से उनका चेहरा कुचल दिया।
मृतक की पत्नी मीरा का संदीप उर्फ गणेश के साथ था अवैध संबंध
बरकाकाना रेल थाना प्रभारी मंगल देव उरांव ने बताया कि मृतक रविंद्र सिंह की पत्नी मीरा का संदीप उर्फ गणेश के साथ अवैध संबंध था। यह दोनों काफी लंबे समय से एक दूसरे के साथ थे। इसी दौरान मीरा ने रविंद्र सिंह को रास्ते से हटाने की साजिश रची। उसकी मंशा थी कि रविंद्र के मरने के बाद यह दोनों अपनी अय्याशी जारी रखेंगे। साथ ही इसके लिए उन्हें सरकारी नौकरी भी मिलेगी। मीरा देवी की मंशा थी कि रविंद्र की मौत के बाद वह अनुकंपा के आधार पर रेलवे में नौकरी करेगी। साथ ही संदीप भी उसी के साथ रहेगा। मीरा ने जब हत्या की योजना बनाई, तो संदीप ने अपने दोस्त गरसुल्ला गांव निवासी रोशन कुमार सिंह को भी इस योजना में शामिल किया।
हत्या के बाद रोशन और संदीप को मिलते तीन लाख रुपए
छानबीन के दौरान रेल थाना पुलिस ने यह पाया कि मीरा और रविंद्र सिंह के बीच अक्सर झगड़े होते थे। इसी झगड़े से मीरा काफी तंग आ गई थी। उसने अपने पति को मारने के लिए रोशन और संदीप को 3 लाख रुपए देने की बात भी की थी। हत्या के बाद संदीप उर्फ गणेश रांची जिले के पुनदाग थाना क्षेत्र में ठेकेदारी का काम करने चला गया था। संदेह के आधार पर जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो पूरे मामले से ही पर्दा उठ गया।