रांची: लातेहार जिले के गारू थाना क्षेत्र के पीरी जंगल में बीते शनिवार को हुई मुठभेड़ मामले की जांच का जिम्मा सीआईडी को दे दिया गया है। अब मामले की जांच सीआईडी करेगी। सीआईडी को यह भी जांचना है कि पुलिस किस परिस्थिति में फायरिंग की थी। इसमें पुलिस की क्या भूमिका है।
उल्लेखनीय है कि लातेहार जिले के गारू थाना क्षेत्र के पीरी जंगल में बीते शनिवार को पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई मुठभेड़ में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। प्राथमिकी में हुए पांच युवक को शामिल किया गया है। जो बंदूक के साथ पकड़े गए थे। गारू थाना में कांड संख्या 24/21 के तहत मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने इसे ग्रामीणों के साथ गोली बारी की घटना बताया है। गारू थाना में रघुनाथ सिंह, राजेश्वर सिंह, दिनानाथ सिंह, गोविंद सिंह व सुकूलदेव सिंह पर मामला दर्ज किया गया है। साथ ही मुठभेड़ में जगुआर पुलिस के एक जवान के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज है।
गारू थाना प्रभारी रंजीत कुमार यादव ने बताया कि बीते 12 जून को गनइखांड टोला में सरहुल पूजा के अवसर पर ग्रामीण हथियार लेकर शिकार खेलने पास के जंगल में निकले थे। वहीं, पहले से नक्सलियों की सूचना पर अभियान में निकले सुरक्षा कर्मियों से इनका सामना हो गया। जिसमे ग्रामीण और सुरक्षा बलो के बीच गोली बारी हुई थी। जिसमे ब्रह्मदेव सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी।
बता दें कि जंगल में हुए पुलिस की गोली से एक ग्रामीण की मौत के बाद पुलिस ने गांव के पांच लोगों को हिरासत में लिया था। इनके पास से सात देशी भरठूआ बरामद हुआ था। रविवार की देर रात पुलिस ने सभी ग्रामीणों को छोड दिया। वहीं, पुलिस ने मृतक तथा छोड़े गये पांचों ग्रामीणों को राहत सामग्री उपलब्ध कराया है। मृतक के परिजनों को तत्काल मुआवजा राशि भी प्रदान किया गया है। लेकिन कितनी राशि दी गई है इस बारे में किसी ने नही बताया। पुलिस बरामद हथियार की जांच कर रही है और हथियार का मारक क्षमता क्या है इसकी भी जांच कर रही है।