दुमका: कोविड-19 से अनाथ हुए परिवार की सुध लेने रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार की टीम पीड़ित परिवार के घर पहुंची। टीम में प्राधिकार सचिव विश्वनाथ भगत और न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम श्रेणी विजय यादव शामिल थे।
प्राधिकार झालसा के कार्यकारी अध्यक्ष अपरेश कुमार सिंह एवं प्राधिकार अध्यक्ष सह प्रधान जज राम शर्मा के निर्देशानुसार शिशु प्रोजेक्ट के तहत टीम शहर के कुम्हारपाड़ा, कान्हूपाड़ा और घाट रसिकपुर पंचायत पहुंची। टीम के सदस्यों ने प्राधिकार कुम्हारपाड़ा में तीन और कान्हूपाड़ा में दो चिन्हित पीड़ित बच्चों से मुलाकात की। टीम ने पीड़ित परिवारों की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेते हुए सरकार से मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी।
प्राधिकार सचिव ने बताया कि झालसा, रांची के निर्देशानुसार कोरोना महामारीकाल में अनाथ हुए बच्चों और उनके परिजनों का खोज किया जा रहा है। अब तक जिले में 10 बच्चे चिन्हित किए गए है। इसी क्रम में पांच बच्चों को चिहिन्त करते हुए केंद्र और राज्य सरकार के नए प्रोजेक्ट के तहत बच्चों और पीड़ित परिवार को लाभ दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि बच्चों को शिक्षा-दीक्षा के लिए स्पांसरशिप योजना जोड़ा जायेगा। साथ ही विधवा हुए महिलाओं को पेंशन योजना का लाभ दिलाने और भोजन आदि की व्यवस्था की जायेगी। इसके लिए पीएलवी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है। पीएलवी द्वारा पंचायतों एवं सुदूर ग्रामीण इलाकों में ऐसे बच्चों को चिहिन्त करने को निर्देशित किया गया है। सरकारी योजनाओं के लाभ दिलाने को लेकर संबंधित कागजात बनवाये जा रहे है।